India News CG (इंडिया न्यूज), Chhattisgarh: शहर में आए दिन साइबर क्राइम के नए मामले सामने आ रहे हैं। इस बार ठगों ने एक अलग तरीका निकाला है। जिले के सैकड़ों लोगों को व्हाट्सएप पर एक अज्ञात नंबर से मैसेज आया है, जिसमें लिखा है कि ‘आपके परिवार का गंदा वीडियो वायरल हो जाएगा, वीडियो देखें और पैसे भेजें।’शहर में सनसनी फैल गई है। साइबर सेल के पास एक महीने में 15 से अधिक शिकायतें पहुंची हैं।
इस मैसेज के बाद कई लोगों के फोन एपीके फाइल डाउनलोड करते ही हैक हो गए है जिसे लेकर रायपुर पुलिस ने अलर्ट जारी कर दिया है। इस महीने साइबर सेल के पास 1 महीने में 15 से अधिक शिकायतें पहुंची हैं। कुछ युवाओं ने पुलिस को बताया कि जब भी वो फोन पर कोई भी ऐप खोलते है तो उनका फोन हैक हो रहा है। फोन बहुत स्लो चल रहा है।
क्या है हैकिंग
साइबर अपराधी आमतौर पर मोबाइल हैकिंग के लिए संशोधित पीडीएफ फाइलें, रैट फाइलें, हैकिंग लिंक, SMS फॉरवर्डर एपीके और फ़िशिंग भेजकर डिवाइस पहुंच प्राप्त करते है। इसके बाद फोन की सेटिंग्स से छेड़छाड़ कर, डेटा चुराकर और उसे मॉडिफाई करके डिवाइस को रिमोट से कंट्रोल कर लेते है। बिना परमिशन के किसी भी डिवाइस तक पहुंच को हैंकिग कहते है।
ऐसे करें बचाव
- अपने फ़ोन को सेफ रखें।
- हमेशा अपने फोन को अपने चेहरे, उंगली, पैटर्न या पिन से लॉक करें।
- अपने फोन का पासवर्ड मजबूत रखें।
- एक VPN का प्रयोग करें। हमेशा पब्लिक वाईफ़ाई का यूज करने से बचे।
- केवल आधिकारिक ऐप स्टोर से ही कोई भो ऐप्स डाउनलोड करें।
- फ़ोन डेटा का हमेशा बैकअप रखें।
- Apple यूजर्स के लिए iOS सुविधा।
- अपने पुराने ऐप्स को अनइंस्टॉल करें या उन्हें अपडेट रखें।
एक्सपर्ट ने बताई वजह
साइबर एक्सपर्ट का कहना है कि जालसाज अपना तरीका बदलते रहते हैं। अगर आपके पास ऐसे कोई मैसेज आते हैं तो डरने की जरूरत नहीं है। कभी लिंक न खोलें। ओपन करने पर आपका फोन हैक हो जाएगा। इसके बाद जालसाज के पास आपके फोन की सारी जानकारी चली जाएगाी। यहां तक कि फोन के पासवर्ड सारी जानकारी जालसाज तक आसानी से पहुंच जाएगी।
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