India News(इंडिया न्यूज),Health Tips: साइटिक नस से जुड़ी बीमारी है। इसकी शुरुआती साइटिक नर्व में चोट, जलन या कमजोरी के कारण होती है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सायटिक नर्व, शरीर में सबसे लंबी पाई जाने वाली मोटी सी नस होती है। यह लगभग 2 सेंटीमीटर तक चौड़ा होता है, यह नसों का एक बंडल जैसा दिखता है, यही रीढ़ की हड्डी से जुड़ा हुआ है। इससे शरीर का लगभग हर हिस्सा जुड़ा हुआ है, कोहनी, घुटना, पैर की उंगलियां सभी से यह नस जुड़ा हुआ है, अगर इसका वक्त रहते इलाज नहीं किया गया तो यह समय के साथ गंभीर रूप ले सकती है।
शुरुआत कैसे होती है?
इसकी शुरुआत में पीठ और बट में झुनझुनी और सुन्नता शुरू होती है। यह साइटिक नस से जुड़ी बीमारी है, इस बीमारी की शुरुआत पीठ और बट से होती है, कूल्हे के पास दर्द और नसों में खिंचाव शुरू होता है। उठने-बैठने में दिक्कत होने से शुरू होती है और बढ़ जाने के बाद आप सीधा चल भी नहीं पाते हैं।
पैरों में दर्द
साइटिका की शुरुआत में पैरों में लगातार दर्द होने लगता है, और यह काफी समय तक रहता भी है, हल्का-हल्का सा दर्द हमेशा बना रहता है, अगर आप इसे नजरअंदाज करते हैं तो यह काफी ज्यादा मुश्किलें पैदा कर सकता है। इस बीमारी में पैर की उंगलियों में सुन्नता और झुनझुनी भी पैदा करती है।
ये है इसके लक्षण
- बार-बार हाथ और पैरों में सुन्नता और झुनझुनी
- घुटना मोड़ने और बैठने में दिक्कत होना साथ ही तेज दर्द होना
- सीधा चलने में दिक्कत होना
- उंगलियों और पीठ के निचले हिस्सों में कमजोरी और काफी ज्यादा दर्द
ये भी पढ़ें :