India News CG (इंडिया न्यूज), Sukma News: छत्तीसगढ़ में कई इनामी नक्सलियों ने गुरुवार (9 मई) को सुरक्षा बलों के सामने सरेंडर कर दिया। इन पर 5 लाख रुपये से लेकर 8 लाख रुपये तक का इनाम घोषित था। सीआरपीएफ और स्थानीय पुलिस ने यह जानकारी दी है। इन नक्सलियों का कहना है कि उन्होंने पुनर्वास नीति और पूना नारकोम अभियान (नई सुबह, नई शुरुआत) से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण किया है।
सरेंडर करने वालों में 8 -8 लाख के इनामी नक्सली भी शामिल
सुकमा में कुल छह नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है, इनमें से नक्सली संगठन की बटालियन में कार्यरत पति-पत्नी भी शामिल हैं. इन छह में से दो पर 8-8 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था, जबकि बाकी चार पर 5-5 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था। इन नक्सलियों ने सीआरपीएफ के डीआइजी अरविंद राय, एसपी किरण चव्हाण, एएसपी निखिल राखेचा और डीएसपी उत्तम प्रताप सिंह के समक्ष आत्मसमर्पण किया।
इस अभियान से प्रभावित होकर नक्सलियों ने छोड़ा हिंसा का रास्ता
दरअसल,तीन साल पहले सुकमा में पूना नारकोम अभियान शुरू किया गया था। पूना नारकोम का अर्थ है नई सुबह। इस अभियान का उद्देश्य नक्सलवाद को खत्म करना और प्रभावित क्षेत्र में सुरक्षा के साथ-साथ विकास लाना है। यह अभियान तीन साल पहले विश्व आदिवासी दिवस के दिन सुकमा में शुरू किया गया था। इस अभियान के तहत युवाओं को रोजगार के लिए प्रशिक्षण देने का भी प्रावधान है।
एसपी ने बताई बड़ी उपलब्धि
6 नक्सलियों के सरेंडर पर सुकमा एसपी किरण चव्हाण ने इसे बड़ी उपलब्धि बताया। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों पर कुल 36 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था। सभी नक्सलियों ने शासन की योजनाओं, सुकमा पुलिस के पुणे नारकोम अभियान से प्रभावित होकर और नक्सलियों की खोखली विचारधारा से तंग आकर आत्मसमर्पण किया है। सभी को सरकारी योजनाओं का लाभ दिया जायेगा
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