India News CG (इंडिया न्यूज), CG Crime: दूसरों के पैसों से अमीर बनने वाले एक युवक को मध्य प्रदेश की ग्वालियर पुलिस ने छत्तीसगढ़ के भिलाई से गिरफ्तार किया है और गिरफ्तार आरोपियों के पास से बड़ी संख्या में आधार कार्ड, चेक बुक, मोबाइल फोन और बैंक खाते बरामद किए गए हैं।
दरअसल, ग्वालियर निवासी 72 वर्षीय सेवानिवृत्त शिक्षिका आशा भटनागर के साथ ठगी की घटना हुई थी। 14 मार्च की सुबह आशा भटनागर के मोबाइल फोन पर एक शख्स का फोन आया। जैसे ही आशा ने फोन अटेंड किया तो सामने वाले ने कहा कि उसके दस्तावेजों का इस्तेमाल कर कई सिम जारी किए गए हैं और इन नंबरों से लड़कियों को अश्लील मैसेज भेजे जा रहे हैं।
सामने वाले ने कहा कि आपके नाम पर जारी सिम की मदद से अपराध हो रहे हैं, इसलिए आपके खिलाफ मुंबई में 24 FIR दर्ज की गई हैं और आपको कभी भी गिरफ्तार किया जा सकता है। इतनी बड़ी बात सुनकर सेवानिवृत्त शिक्षिका घबरा गईं और बोलीं कि उन्होंने ऐसी कोई गलती नहीं की है। जिसके बाद फोन पर बात करने वाले शख्स ने कहा कि इसकी जांच करानी होगी।
सामने वाले शख्स ने आशा भटनागर से एक ऐप डाउनलोड कराया और फिर वीडियो कॉल के जरिए आशा भटनागर को डराना शुरू कर दिया। फोन कॉल पर जुड़े शख्स ने आशा भटनागर को डराया और कहा कि उनके खातों में मौजूद पैसों की जांच की जाएगी। इस पूरे मामले की जांच ED और CBI करेगी। मामला इतना गंभीर है कि उनके रिश्तेदारों की भी गिरफ्तारी हो सकती है।
आशा भटनागर बहुत घबरा गईं। इस पूरी झंझट से बचने के लिए वह टेस्ट कराने के लिए तैयार हो गई। इसके बाद कॉल करने वाले ने आशा भटनागर को इतना डरा दिया कि उन्होंने अपने खाते की फिक्स डिपॉजिट तोड़ दी और 51 लाख रुपये कॉल करने वाले के बताए खाते में ट्रांसफर कर दिए।
कॉल करने वाले ठग ने आशा भटनागर को निर्देश दिया कि जांच पूरी होने तक वह किसी से संपर्क न करें और न ही जांच के बाद निर्दोष पाए जाने पर किसी को फोन करके इस बारे में कुछ बताएं।
डरी हुई आशा भटनागर को समझ ही नहीं आया कि वह ठगी का शिकार हो गई हैं। इस पूरी घटना के बाद आशा भटनागर ने हिम्मत जुटाई और यह बात अपनी बेटियों और बेटों को बताई, तब उन्हें एहसास हुआ कि उनके साथ धोखा हुआ है।
आशा भटनागर ने इसकी शिकायत ग्वालियर क्राइम ब्रांच में दर्ज कराई। ग्वालियर क्राइम ब्रांच ने उन खातों का पता लगाना शुरू कर दिया जिनमें पैसे ट्रांसफर किए गए थे। जम्मू-कश्मीर के इस खाते से कई अन्य खातों में पैसों को ट्रांसफर किया गया था। जिसमें सबसे ज्यादा रकम ट्रांसफर की गई थी और जम्मू-कश्मीर के इस खाते से इस फर्जी रकम को कई अन्य खातों में ट्रांसफर किया गया था। धोखाधड़ी की रकम UAE के खाते में भी ट्रांसफर की गई।
यहीं से पुलिस ने आरोपियों का सुराग लगाना शुरू किया। पुलिस को पता चला कि जिस UAE खाते में पैसे ट्रांसफर किए गए थे, उसका मालिक छत्तीसगढ़ के भिलाई निवासी कुणाल जयसवाल का है। फिर क्या था, पुलिस पूरी तैयारी के साथ भिलाई पहुंची और कुणाल जयसवाल को हिरासत में ले लिया।
पुलिस ने कुणाल जयसवाल के पास से कई आधार कार्ड, बैंक खाते, चेकबुक और मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं। कुणाल यूएई में बिटकॉइन ट्रेडिंग कंपनी चलाते हैं। पुलिस पूछताछ में कुणाल ने बताया कि उसने आईटी में कई डिग्रियां हासिल की हैं।
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