इंडिया न्यूज़, छत्तीसगढ़ : RR Owner Slapped Ross Taylor : न्यूजीलैंड के पूर्व दिग्गज क्रिकेटर और महान बल्लेबाज रॉस टेलर ने अपने आईपीएल करियर की एक ऐसी घटना से पर्दा उठाया है जिसने पूरे क्रिकेट जगत को चौंका दिया है। टेलर ने इस घटना का खुलासा इस हफ्ते 11अगस्त को रिलीज हुई उनकी आत्मकथा ‘रॉस टेलर: ब्लैक एंड व्हाइट’ नाम की किताब में किया है। टेलर ने अपने आईपीएल करियर की शुरुआत रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम की तरफ से खेलकर की थी। उन्होंने आरसीबी की ओर से साल 2008 से लेकर 2010 तक क्रिकेट खेला।
इसके बाद साल 2011 में उन्हें राजस्थान रॉयल्स की फ्रेंचाइजी ने अपनी टीम में शामिल कर लिया था। हालांकि, उन्होंने कहा कि वह बैंगलोर की टीम को छोड़कर राजस्थान में नहीं जाना चाहते थे। टेलर ने बताया कि अगर बैंगलोर फ्रैंचाइज़ी ने उन्हें 2011 के संस्करण में खरीदा होता तो वह लंबे समय तक आईपीएल खेलते। लेकिन ऐसा नहीं हुआ और आरसीबी द्वारा नहीं चुने जाने के बाद, राजस्थान रॉयल्स ने टेलर को 1 मिलियन डॉलर में खरीद लिया, जहां उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के महान स्पिन गेंदबाज शेन वार्न के साथ क्रिकेट खेला।
दूसरी तरफ उन्होंने इस बात को भी माना कि अगर वो आईपीएल में आरसीबी की तरफ से ही खेलते तो उन्हें वीरेंद्र सहवाग, शेन वार्न, महेला जयवर्धने और युवराज सिंह जैसे स्टार खिलाडियों के साथ खेलने का मौका भी नहीं मिलता। लेकिन राजस्थान रॉयल्स के साथ टेलर की कुछ खास नहीं जम सकी। रॉस टेलर ने अपनी आत्मकथा “रॉस टेलर: ब्लैक एंड व्हाइट” में खुलासा किया कि आईपीएल में किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ मैच में शून्य पर आउट होने पर राजस्थान रॉयल्स के मालिक ने उनके चेहरे पर थप्पड़ जड़ दिए थे।
न्यूजीलैंड के पूर्व खिलाड़ी रॉस टेलर ने हाल ही में प्रकाशित हुई अपनी आत्मकथा “रॉस टेलर: ब्लैक एंड व्हाइट” में खुलासा किया है कि ये बात साल 2011 में मोहाली में खेले गए किंग्स इलेवन पंजाब और राजस्थान रॉयल्स के बीच मुकाबले की है। इस मैच में पंजाब की टीम ने राजस्थान को 195 रनों का टारगेट दिया था। लक्ष्य का पीछा करते समय रॉस टेलर बिना खाता खोले ही जीरो पर एलबीडब्ल्यू आउट हो गए थे।
टेलर के अनुसार इसके बाद राजस्थान रॉयल्स के एक मालिक ने उन्हें चेहरे पर थप्पड़ मारा था। पूर्व क्रिकेटर ने कहा कि टीम के मालिक ने उन्हें एक नहीं बल्कि लगातार तीन-चार थप्पड़ जड़े थे हालांकि इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि राजस्थान के मालिक ने उन्हें ज्यादा जोर से थप्पड़ नहीं मारे थे। टेलर ने इस बात का खुलासा भी किया है कि थप्पड़ मारने के बाद टीम के मालिक ने उनसे यह भी कहा था कि हमने तुम्हें इतने पैसों में जीरो पर आउट होने के लिए नहीं खरीदा है।” टेलर ने बताया कि टीम के ओनर ने इस पूरे घटनाक्रम को एक मजाक के तौर पर पेश करना चाहा और वो हंस रहे थे लेकिन मुझे नहीं लगा कि यह सिर्फ एक नाटक या मजाक था।
टेलर ने अपने आईपीएल करियर की शुरुआत साल 2008 में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की तरफ से की थी। टेलर लगातार तीन साल आरसीबी के साथ जुड़े रहे। इसके बाद साल 2011 में उन्हें राजस्थान रॉयल्स ने खरीद लिया लेकिन टेलर सिर्फ एक सीजन ही इस टीम का हिस्सा रहे। आईपीएल 2012 में उन्हें दिल्ली डेयरडेविल्स ने अपनी टीम में शामिल कर लिया तो वहीं साल 2013 में वो पुणे वारियर्स इंडिया की टीम का हिस्सा बने। इसके बाद साल 2014 में एक बार फिर से टेलर दिल्ली डेयरडेविल्स में चले गए थे। इस तरह टेलर ने अलग-अलग टीमों की तरफ से खेलते हुए अपने आईपीएल करियर के दौरान कुल 55 मैचों में 1017 रन बनाए। इस दौरान उनका औसत 25.43 और स्ट्राइक रेट 123.72 का रहा था।
38 वर्षीय टेलर ने अपनी आत्मकथा में न्यूजीलैंड क्रिकेट को लेकर भी कईं सनसनीखेज खुलासे किए हैं। पूर्व कीवी बल्लेबाज ने अपनी किताब ब्लैक एंड व्हाइट में लिखा है कि कई लोग मुझे माओरी या भारतीय विरासत का मानते थे क्योंकि न्यूजीलैंड क्रिकेट में प्रशांत द्वीप का प्रतिनिधित्व बहुत कम देखने को मिलता है। उन्होंने कहा कि लॉकर रूम का मजाक कभी-कभी नस्लवादी और आहत करने वाला होता था। उनके साथी खिलाडी उन्हें ‘बंटर’ कहते थे। लेकिन उन्हें इस बात की चिंता रहती थी कि अगर वो इस मुद्दे को उठाने की कोशिश करेंगे तो शायद उनके लिए हालात और भी ज्यादा खराब न हो जाएं।
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