India News Chhattisgarh ( इंडिया न्यूज ) Intermittent Fasting: आजकल देखा गया है कि इंटरमिटेंट फास्टिंग वजन घटाने का हर किसी का एक पसंदीदा तरीका है। इसमें एक टाईम पर ही खाना खाने की लिमिट है, हर किसी तकनीक की तरह इसमें भी फायदे के साथ साथ नुकसान भी होते हैं। अगर आप सही गाइडेंस के बिना इंटरमिटेंट फास्टिंग करते हैं तो इन दिक्कातों का सामना करना पढ़ सकता है।
इंटरमिटेंट फास्टिंग में खाना खाने का समय कम होता है जिस कारण आपको कम समय में ज्यादा मात्रा में पोषक तत्व लेने होते हैं। ये काम एक चुनौतिपूर्ण हो सकता है साथ ही कुछ पोषक तत्व छूट सकते है। समय रहते सही प्लानिंग ना की जाए तो शरीर में विटामीन A,D, E, K, B विटामिन, कैल्शियम, आयरन और जिंक जैसे पोषक तत्वों की कमी हो सकती है।
इंटरमिटेंट फास्टिंग से शरीर में अल्सर की समास्या बढ़ सकती है, इस दौरान पेट में एसिड का उत्पादन बढ़ सकता है। जिस कारण बेचैनी, दर्द और अल्सर के घाव बढ़ सकते हैं। लंबे समय कत खाना छोड़ देना पेट की लाइनिंग को और परेशान कर सकता है, जिससे अल्सर के लक्षण बिगड़ सकते हैं और घाव को भरने में समय लग सकती है।
इंटरमिटेंट फास्टिंग अल्सर के मरीजों को सावधानी से करनी चाहिए साथ ही असे करने से पहले डॉक्टर की सलह लेनी चाहिए। पेट की समास्या को कम करने के लिए अधिक से अधिक पानी पीना चाहिए।
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