India News (इंडिया न्यूज़), Chhattisgarh Wedding News: आधुनिकता के दौर में भी एक अनोखी शादी ने लोगों को हैरान कर दिया। छत्तीसगढ़ में एक रेलवे इंजीनियर की बारात ने नई मिसाल कायम की। जहां दुल्हन को लाने के लिए बैलगाड़ी का इस्तेमाल किया गया। इस अनोखी शादी में छत्तीसगढ़ी संस्कृति का सम्मान किया गया, जिसे देखकर लोग हैरान रह गए।
मयंक चंद्रा, जो एक थर्मल पावर प्लांट में इंजीनियर हैं, की शादी पड़ोसी जिले सक्ती के ग्राम सेरो के मनहरण लाल चंद्रा की बेटी प्रियंका से हुई है। प्रियंका एम्स भुवनेश्वर में नर्सिंग ऑफिसर हैं। जब उनकी शादी का कार्ड छपा तो वह पूरी तरह से छत्तीसगढ़ी भाषा और बोली में था- ‘सुधघर बिहाव के नीवता’।
शादी में छत्तीसगढ़ी संस्कृति का अद्भुत उत्सव मनाया गया। स्वागत द्वार से लेकर मंच और भोजन तक की पूरी व्यवस्था छत्तीसगढ़ी संस्कृति, खान-पान, रहन-सहन और वेशभूषा में रंगी नजर आई। खाद्य स्टालों पर छत्तीसगढ़ी व्यंजनों का स्वाद लिया जा सकता है, जिसमें बोर, चीला, मूंग भजिया, तिखुर, डिप, बटकर की सब्जी, जिमी कांदा और मुर्रा लड्डू शामिल हैं।
शादी में लोकरंग अर्जुंदा के कलाकारों ने लोकगीत प्रस्तुत किये, जिसे सुनकर मेहमान मंत्रमुग्ध हो गये। सहायक अभियंता कमलेश चन्द्रा ने बताया कि इस आयोजन से उन्हें अपनी संस्कृति को बचाने का मौका मिला है। समारोह में डीजे का शोर तो नहीं था लेकिन लोकरंग अर्जुंदा के कलाकारों द्वारा छत्तीसगढ़िया गीत प्रस्तुत किये गये। इस मौके पर मेहमानों ने खूब सेल्फी ली और वीडियो-रील भी बनाई।
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