India News (इंडिया न्यूज़), Diwali 2023: दिवाली का त्योहार मनाने की तैयारियां अब अंतिम चरण में हैं। एक ओर लोग अपने घरों की साफ-सफाई में बिजी है। दूसरी ओर बाजार भी सज गए है। इस त्योहार की मान्यता के अनुसार, त्रेता काल में भगवान राम ने दशानन रावण को मारकर अयोध्या लौटे थे। इस दिन को दिवाली के रूप में मनाया जाता है। और तब से अब तक दीपावली का त्योहार बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। यह पर्व भारत में नहीं बल्कि कई देशों में मनाया जाता है।
दिवाली का त्योहार पूरे भारत में बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। दिवाली का त्योहार इजरायल में हंतकाह प्रकाश उत्सव के नाम से जाना जाता है, यह 8 दिन तक मनाया जाता है। इस दौरान आतिशबाजी भी होती है। जर्मनी में कार्निवल नामक एक समान त्योहार मनाते है, जो हर साल 11 नवंबर को ही मनाते है। आपको बता दें कि नेपाल में दिवाली को त्योहार 5 दिनों तक मनाते है। स्वरूप में कुछ अंतर होता है। यहां पर मान्यता है कि यम से बचने के लिए कौए की पूजा की जाती है और दूसरे दिन फिर कुत्तों की पूजा होती है। तीसरे दिन दिवाली का प्रमुख त्योहार होता है, जिसमें गाय व लक्ष्मी पूजन किया जाता है।
बेल्जियम में इसे रसर्ट उत्सव के नाम से यह त्योहार मनाया जाता है। वहीं श्रीलंका में बुद्ध पूर्णिमा के दिन दिवाली बड़े हर्षोल्लास से मनाई जाती है। श्रीलंका में 20 मीटर ऊंची गौतम बुद्ध की झांकी बनाकर इसके इर्द-गिर्द मोमबत्तियां लगाक साज सजावट की जाती है।
जापान में दिवाली के त्योहार समान तोरोनगशी उत्सव मनाया जाता है। वहीं, मारीशस में लोगों की मान्यता है कि दीपावली राम के राज्याभिषेक के पहले मनाई जा रही है और इसे उपयोगी बनाने के लिए भगवान राम के साथ जोड़ दिया गया है। जापान के लोग दिया जलाकर यह त्योहार मनाते हैं।
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