India News(इंडिया न्यूज) CG, CG News: बलरामपुर जिले में हाथियों ने आतंक मचा रखा है। वाड्रफनगर के जंगल के हाथी दिन के समय आराम करते है और रात को आराम करते है। ऐसे में हाथी रात में खाने की तलाश में बाहर निकलते हैं। वाड्रफनगर वन परी क्षेत्र अंतर्गत 34 हाथियों का दल आज 1 महीने से विचरण कर रहा है। हाथियों के द्वारा फसलों को भी भारी नुकसान पहुंचाया जा रहा है। वही आज हाथियों के दल ने राजखेता स्थित ग्रामीण के घर को तोड़ दिया गया और घर में रखे अनाज को चट कर दिया।
आज हाथियों के झूंड ने राजखेता स्थित ग्रामीण के घर को तोड़ दिया गया और घर में रखे अनाज को साफ कर दिया है। जिस समय हाथियों ने ग्रामीणों के घर पर हमला किया था उस वक्त घर में 7 सदस्य सो रहे थे स्थानीय लोगों की मदद से सभी घर के सदस्यों को सुरक्षित निकाला गया। हाथियों के द्वारा फसलों का भी भारी नुकसान किया जा रहा है। वहीं वन विभाग की टीम हाथियों को ग्रामीण क्षेत्र से दूर करने में नाकाम साबित हो रही है।
वाड्रफनगर जंगल के पास मदनपुर क्षेत्र के कैलाशपुर में दर्जनों गांवों के करीब 400 किसानों की 300 एकड़ में फसल है। गेहूं, चना, मक्का, बाजरा और सरसों की इन फसलों को खाने के साथ-साथ जंगली हाथियों के झूंड ने इन फसलों को रौंदकर बर्बाद भी कर दिया है, जिससे किसानों की परेशानी बढ़ गई है। किसानों को लाखों का नुकसान हो रहा है गांव में काफी समय से हाथियों का आतंक फैला हुआ है। निराश किसान वन विभाग से हाथियों को भगाने की गुहार लगा रहे हैं।
हाथियों के आतंक से ग्रामीणों में दहशत देखने को मिल रही है। ग्रामीण रातजग्गा करने पर मजबूर है। वन विभाग के एसडीओ ने जानकारी देते हुए बताया कि हाथियों का दल कई टुकड़ों में बटा हुआ है। अलग-अलग टुकड़ों में हाथी होने की वजह से टीम लगातार उन पर नजर बनाई हुई है। कुछ जगहों पर पहुंचने में देरी जरूर हो रही है लेकिन टीमों पर नजर रखी हुई है। वहीं उन्होंने अभी बताया कि हाथियों के द्वारा जो भी नुकसान किया जा रहा है उसका प्रकरण तैयार कर मुआवजा दिया जाएगा।
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