India News Chattisgarh ( इंडिया न्यूज ) CG News: छत्तीसगढ़ सरकार राज्य से नक्सलवाद को खत्म करने या यूं कहें कि नक्सली विचारधारा को खत्म करने के लिए लगातार अभियान चला रही है। जिसके तहत भटके हुए नक्सलियों का आत्मसमर्पण कराकर उन्हें समाज से जोड़ने का काम किया जा रहा है। इस बीच लोकसभा चुनाव से ठीक पहले बस्तर संभाग में नक्सली विचारधारा के खिलाफ पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। यहां 8 लाख के इनामी नक्सली ने पुलिस के सामने सरेंडर किया है।
चुनाव से पहले बस्तर संभाग के सुकमा जिले में 8 लाख रुपये के इनामी नक्सली कमांडर ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। नक्सलियों की CRC कंपनी के नक्सली रोशन उर्फ सम्मैया सोडी ने सुकमा SP किरण चौहान, ASP नक्सल निखिल और सतीश कुमार दुबे के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है।
नक्सल प्रभावित इलाकों में भटके हुए नक्सलियों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए सरकार पुणे नारकोम अभियान चला रही है। इस अभियान के तहत नक्सली संगठन से जुड़े युवाओं को आत्मसमर्पण कराने का काम किया जाता है। साथ ही नए-नए कार्यक्रम आयोजित कर युवाओं को समाज से जुड़ने के लिए प्रेरित किया जाता है। सरकार के इस कार्यक्रम से प्रभावित होकर युवा तेजी से नक्सली संगठन छोड़कर आत्मसमर्पण की ओर बढ़ रहे हैं। इसके साथ ही सरकार आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को सरकार की पुनर्वास नीति का लाभ भी देती है।
लोकसभा चुनाव से पहले दंतेवाड़ा जिले में एसपी गौरव रॉय के नेतृत्व में पुलिस ने सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया है। 19 मार्च को सर्चिंग पर निकले डीआरजी और CRPF के जवानों ने नक्सलियों से मुठभेड़ में 2 नक्सलियों को मार गिराया था। मारे गए नक्सलियों में एक महिला नक्सली भी शामिल है। मारे गए दोनों नक्सलियों की पहचान कर ली गई है। जवानों द्वारा मारी गई महिला नक्सली का नाम डोडी लाखे है। जो नक्सलियों की मिलिट्री प्लाटून नंबर 24 का सदस्य था। जिसका रैंक ACM है, उक्त महिला नक्सली पर सरकार की ओर से 5 लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया गया था। मारे गए पुरुष नक्सली की पहचान लच्छू के रूप में हुई है। लच्छू पर सरकार की ओर से 1 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया है। मारे गए दोनों नक्सली कई बड़ी घटनाओं में शामिल थे।
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