इंडिया न्यूज (इंडिया न्यूज), QR Code Scam: आज के दौर में लोग आसानी से क्यूआर कोड स्कैन कर के भुगतान कर देते हैं। साथ ही बिना पासवर्ड के वेबसाइट और अकाउंट के लिए लॉगइन कर सकते हैं। लेकिन आपको क्यूआर कोड घोटाले के बारे में क्या पता है। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में क्यूआर कोड घोटाले के मामले सामने आ रहे हैं। जिसमें सिर्फ साल 2017 से लेकर मई 2023 तक 41 प्रतिशत केस सिर्फ क्यूआर कोड, दुर्भावनापूर्ण लिंक या फिर डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड फ्रॉड से जुड़े हुए हैं।
एक रिपोर्ट के अनुसार रियल और फ़्रांसीसी QR कोड के बीच अंतर करना काफी मुश्किल है। बताएं कि दोनों ही कोड एक जैसे ही होते हैं। इसी की लाभप्रदता वाले स्कैमर्स रियल क्यूआर कोड से नकली कोड बदल देते हैं। इसलिए स्कैम से बचने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
बता दें कि राक्षस जब भी नकली क्यूआर कोड स्कैन करता है तो वह फिशिंग वेबसाइट से कोड ले लेता है या फिर अपने लाइसेंसी मैलवेयर में शामिल कर लेता है। जिसे सुपरमार्केट से सुपरमार्केट आसानी से प्राप्त किया जा सकता है। कई मामलों में तो यह करोड़ो तक पहुंच जाती है। क्योंकि स्कैमर्स को फ़ोन का मैकेनिक मिल जाता है।
जब भी आप अनंत कोड को स्कैन करें तो सबसे पहले यह कंफर्म कर लें कि यह किसका है। अपडेट करने से पहले किसी भी QR कोड को मोबाइल में मौजूद क्यूआर कोड से स्कैन कर लें। इससे उपयोगकर्ता आसानी से गंतव्य यूआरएल की जांच कर सकते हैं। इसके साथ अपने मोबाइल में किसी भी ऐप को खरीदने के लिए हमेशा के लिए स्टोर का ही सहारा लें। QR कोड स्कैन करके किसी भी ऐप को देखने से बचना चाहिए।
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