India News CG (इंडिया न्यूज़), Indian Navy: अरब सागर में भारतीय नौसेना की मौजूदगी एक बार फिर देखने को मिली। 30 अप्रैल को, आईएनएस सुमेधा ने एक ईरानी मछली पकड़ने वाली नाव पर एक बेहोश चालक दल के सदस्य को बचाने के लिए तत्काल चिकित्सा सहायता प्रदान की। इस नाव पर 20 पाकिस्तानी चालक दल के सदस्य भी मौजूद थे।
ईरानी जहाज से आपातकालीन कॉल
ईरानी जहाज से एक आपातकालीन कॉल मिलते ही आईएनएस सुमेधा ने तुरंत प्रतिक्रिया दी। युद्धपोत ने जहाज को रोक लिया और अपने मेडिकल विशेषज्ञों की एक टीम भेजी। टीम ने बेहोश चालक दल के सदस्य को चिकित्सा देखभाल प्रदान की, जिससे कुछ ही देर में उसे होश आ गया।
मित्र देशों की मदद
यह पहला मौका नहीं है जब भारतीय नौसेना ने अरब सागर में मित्र देशों और जरूरतमंदों की सहायता की है। मार्च में, आईएनएस सुमेधा और आईएनएस त्रिशूल ने एक साहसिक अभियान में सोमाली समुद्री डाकुओं द्वारा अपहृत 23 सदस्यीय ईरानी चालक दल को बचाया था।
समुद्री डकैती रोधी अभियान
अरब सागर हिंद महासागर का महत्वपूर्ण क्षेत्र है और व्यापार और ऊर्जा आपूर्ति के लिए बेहद जरूरी है। लेकिन यह सोमाली समुद्री डाकुओं के लिए भी कुख्यात रहा है। भारतीय नौसेना अग्रणी भूमिका निभाती है – न केवल भारत के तटों की रक्षा करने में, बल्कि इस पूरे क्षेत्र में समुद्री डकैती को रोकने में भी।
चिकित्सा सहायता और बचाव अभियान
यह महत्वपूर्ण है कि नौसेना का काम केवल समुद्री डकैती रोधी अभियानों तक ही सीमित नहीं है। पिछले कुछ वर्षों में, नौसेना ने तूफानों में फंसे जहाजों को बचाया है, जलते हुए जहाजों को बुझाने में मदद की है और बीमार या घायल चालक दल के सदस्यों को चिकित्सा सहायता भी प्रदान की है।
क्षमताओं का प्रदर्शन(Indian Navy)
हालिया घटनाओं ने नौसेना की व्यापक क्षमताओं को उजागर किया है। युद्धपोतें युद्ध के साथ-साथ आपदा राहत और चिकित्सा सहायता प्रदान करने में भी सक्षम हैं। जहाजों पर उपलब्ध उन्नत खोज और बचाव हेलीकॉप्टरों का उपयोग समुद्र में फंसे लोगों को बचाने के लिए किया जाता है।
मित्रता और सहयोग बढ़ाना
नौसेना की सक्रिय भूमिका न केवल क्षेत्र में शांति और सुरक्षा बनाए रखने में मदद करती है, बल्कि मित्र देशों के साथ सहयोग और मित्रता को भी बढ़ावा देती है। ईरान और पाकिस्तान जैसे देशों की मदद करके, भारत यह दिखा रहा है कि वह एक जिम्मेदार शक्ति के रूप में काम करने के लिए प्रतिबद्ध है।
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