India News CG (इंडिया न्यूज),Mahadev App Scam: भिलाई के सुपेला स्थित VIP कैफे पर छापा मारने के बाद, दुर्ग पुलिस अब महादेव सट्टा ऐप से जुड़े बड़े संदिग्धों के पीछे पहुंच गई है। पुलिस ने कैफे के संचालक दोनों भाइयों के बाद दो और लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें एक केनरा बैंक का कर्मचारी और दूसरा उसका साथी है।
मुख्य आरोपी अभी भी फरार
इस मामले के मुख्य आरोपी रिक्की पारख और उसका भाई अभी तक पुलिस की कब्जे से बचे हुए हैं। महादेव सट्टा ऐप के इस मामले की शुरुआत कुछ महीने पहले हुई थी, लेकिन यह सब विशेष रूप से VIP कैफे के आरोपियों से जुड़ा है।
भिलाई निवासी प्रियांशु निले ने सुपेला थाने में शिकायत दर्ज की थी कि गुरुशरण और कुणाल सोनी नाम के दो लोगों ने उसके नाम पर एक बैंक खाता खोला और फर्जी सिम भी अलॉट की है। अब वे उस खाते में लाखों का ट्रांजैक्शन कर रहे हैं।
सूचना मिलते ही पुलिस ने लिया एक्शन
दुर्ग एसपी ने ASP सिटी सुख नंदन राठौर और CSP सत्यप्रकाश तिवारी को जांच के निर्देश दिए थे। जांच के दौरान सूचना मिली कि केनरा बैंक का कर्मचारी संतोष कुमार कोसरे और कुणाल सोनी इस हेरा फेरी में शामिल हैं।
पुलिस ने बिना किसी देरी के एक टीम बनाई और संतोष कुमार कोसरे और कुणाल सोनी को गिरफ्तार कर लिया। उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
बैंक में ब्रांच मैनेजर है अपराधी
पूछताछ में, संतोष कोसरे ने बताया कि वह केनरा बैंक की वैशाली नगर ब्रांच में टेम्परेरी कर्मचारी हैं। कुणाल गरीबों को गुमराह कर उन्हें 2 से 4 हजार रुपए का लालच देकर बैंक लाता था। दोनों उनके नाम से फर्जी सिम अलॉट करके फर्जी बैंक अकाउंट खोलते थे।
इसके बाद, उन्होंने उस खाते को महादेव सट्टा ऐप के संदिग्धों को बेच दिया। उनके द्वारा बताए गए फर्जी खातों में अब तक 8 से 9 करोड़ रुपए का ट्रांजैक्शन हो चुका है।
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