भिलाई: बता दें कि छत्तीसगढ के भिलाई के कुटेला भाटा में 720 करोड़ की लागत से लगभग 450 एकड़ में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) कुटेलाभाठा कैंपस का निर्माण किया जा रहा है। हालांकि इस कैम्पस के निर्माण दो बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन इसके बावजूद ये संभावना जतायी जा रहा है कि देश के प्रधानमंत्री मोदी दो महीने बाद इसका उद्घाटन कर सकतें हैं।
- ये है दो बड़ी दिक्कतें
- एजेंसियों को काम पूरा करने का आदेश
- 2016 से राज्य में चल रहा कोर्स
ये है दो बड़ी दिक्कतें
बता दें कि बिजली और पानी के सब स्टेशन से आईआईटी कैम्पस तक सप्लाई लाईन अभी इमारत तक नहीं पहुंची है। साथ ही साथ ड्राई बैल्ट की वजह से खोदे गए 6 बोरवेल में से 4 बोरवेल सूखे पड़े हैं। जो 2 बोरवेल हैं उससे पूरे कैम्पस की पूर्ति नहीं की जा सकती है। शिवनाथ से वाटर लिफ्ट कर कैम्पस तक पहुँचाने की योजना में अभी समय लगने की संभावना है। लेकिन ये संभावना जताई जा रही है कि मई या जून माह में आईआईटी कैम्पस का उद्घाटन किया जा सकता है। जिसके लिए प्रधामंत्री भी आ सकते हैं।
एजेंसियों को काम पूरा करने का आदेश
कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा ने बताया कि सभी एजेंसियों को जल्द से जल्द काम पूरा करने के आदेश दे दिये गए हैं । पीएम मोदी दुर्ग जिले में बन रहे चार फ्लाई ओवरों में से तीन फ्लाई ओवर और चरोदा के सोलर पॉवर प्लांट का भी उद्घाटन करेंगे। जिसकी तैयारियों को लेकर भाजपा अभी से ही जुट गई हैं।
2016 से राज्य में चल रहा कोर्स
बता दें कि इस राज्य में साल 2016 से आईआईटी का संचालन अस्थायी रूप से रायपुर शासकीय इंजीनियरिंग कालेज के भवन से किया जा रहा है। आइआइटी भिलाई के कैंपस में बीटेक की कुल 150 सीटें हैं। इसके साथ ही अलग-अगल विषयों में एमटेक, पीएचडी कोर्स संचालित किये जा रहे हैं। साथ ही साथ कई शोध कार्य किए जा रहे हैं।
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