India News (इंडिया न्यूज़) Guru Gobind Singh: गुरु गोविंद सिंह जी सिखों के दसवें गुरू कहे जाते है। उनको विद्वानों का संरक्षक मिला हुआ था। वो एक महान योद्धा थे। साथ ही एक महान कवि-लेखक भी थे। उनके दरबार में 52 कवि और लेखक रहा करते थे। संस्कृत के अलावा कई भाषाओं की शिक्षा उन्होंने ग्रहण कर रखी थी। कई सारे ग्रंथों की रचना उनके ही लेख से की गई थी। जिसने समाज को काफी प्रभावित किया था।
Also Read: Jackie Shroff: राम मंदिर की सीढ़ियों पर Jackie Shroff ने लगाया पोंछा, लोगों ने…
खालसा पंथ की स्थापना उन्होने ही की थी। सिखों के इतिहास का सबसे महत्वपूर्ण दिन माना जाता है। गुरु गोविंद साहब ने सिखों के पवित्र ग्रंथ ‘गुरु ग्रंथ’ साहिब की नीव रखी थी। उनकी आवाज इतनी मधुर थी कि हर कोई उनको सिर्फ सनते रहना चाहता था। गरीब लोगों के लिए वो हमेशा आगे आए। वो एक सादगी से भरे और सहनशीलता वाले थे। आज सिखो को प्रसिद्ध पर्व गुरु गोविंद सिंह जी की जयंती है। आज उनकी 357 वीं जन्म वर्षगांठ है। साहब का जन्म 22 दिसम्बर 1666 को बिहार के पटना शहर में हुआ था। उनकी माता का नाम गुजरी देवी था।
Also Read: Budhwar Ke Upay: बुधवार के दिन गलती से भी न करें ये काम, वरना हो सकता है भारी नुकसान