India News (इंडिया न्यूज), Chaiturgarh Fort: चैतुरगढ़ का किला जिसे चैतुरगढ़ फ़ोर्ट भी कहा जाता है, यह किला छत्तीसगढ़ के 36 किलों में से एक है। चैतुरगढ़ का फ़ोर्ट छत्तीसगढ़ में स्थित है। यह किला भारतीय इतिहास और सांस्कृतिक धरोहर का महत्वपूर्ण हिस्सा है और इसका नाम चौरासी फ़ोर्ट के तौर पर भी जाना जाता है। ये किला छत्तीसगढ़ के 36 किलों में से एक है।
बता दें कि चैतुरगढ़ किले का निर्माण राजा महाराजा गुज़राट सिंह द्वारा 16वीं सदी में किया गया था। यह किला अरावली पर्वत श्रृंग पर स्थित है और एक गुफा के अंदर बना है, जिसमें एक बड़ा मंदिर है, जो राजा के बहुत ही विशाल बगीचे के साथ है। यह किला भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा संरक्षित है।
बता दें कि किले मे पहाड़ी के शीर्ष पर 5 वर्ग मीटर का एक समतल क्षेत्र है, जहां पांच तालाब हैं इनमें से तीन तालाब में पानी भरा रहता है। यहां प्रसिद्ध महिषासुर मर्दिनी मंदिर स्थित है। महिषासुर मर्दिनी की मूर्ति, 12 हाथों की मूर्ति, गर्भगृह में स्थापित होती है। मंदिर से 3 किमी दूर शंकर जी की गुफा है।
चैतुरगढ़ किला भारतीय इतिहास और संस्कृति कि महत्वपूर्ण धरोहर है
राजपूत संस्कृति का प्रतीक: चैतुरगढ़ किला एक प्रमुख उदाहरण है जो भारतीय राजपूत संस्कृति के महत्वपूर्ण प्रतीकों में से एक है। इसकी विशेषता विस्तारपूर्ण मंदिरों और आलिशान किले की अद्वितीय संरचना में है, जो राजपूत शैली को प्रमोट करती है।
प्राकृतिक सौंदर्य: किले का स्थान अरावली पर्वतों के बीच होने के कारण, यहां से आपको आसपास की प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेने का मौका मिलता है।
कला और शिल्पकला: चैतुरगढ़ किले में शुरु से ही कला और शिल्पकला के उदाहरण हैं, जिनमें अद्वितीय मूर्तिकला, स्थापत्यकला और बदलती हुई रूपरेखा शामिल है।
पर्यटन: चैतुरगढ़ किला प्राचीन और विशाल पर्यटन स्थल के रूप में प्रसिद्ध है। यहां पर्यटक भारतीय इतिहास और संस्कृति के प्रति अपनी रुचि को प्रोत्साहित करते हैं और प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेते हैं।
महोत्सव और उत्सव: चैतुरगढ़ के किले में विशेष महोत्सव और उत्सव आयोजित किए जाते हैं, जिनमें स्थानीय शिल्पकला, संगीत, और कला का प्रदर्शन किया जाता है, जिससे संस्कृतिक धरोहर को प्रमोट किया जाता है।
मंदिर: चैतुरगढ़ किला में बने हुए मंदिर मुख्य आकर्षण में से एक है। मंदिर के विशाल विग्रह और दर्शनीय मूर्तियां हैं।
चैतुरगढ़ किला भारतीय इतिहास और सांस्कृतिक धरोहर के रूप में महत्वपूर्ण है और पर्यटकों के लिए एक आकर्षण है जो प्राकृतिक सौंदर्य के साथ-साथ ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर को भी दर्शाता है।
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