India News (इंडिया न्यूज), Wrestling academy in chhattisgarh: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में अब केवल तीन महीने का समय बचा है। जिसे लेकर सारी पार्टियां तैयारी में जुट गई है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बड़ा दाव खेला है। उन्होंने बजरंग बली अखाड़ा प्रोत्साहन योजना के माध्यम से रायपुर में राज्य स्तरीय कुश्ती अकादमी खोलने का एलान किया है। नागपंचमी के मौके पर भूपेश सरकार के दो बड़ी घोषणाों ने सबको चौंका दिया है।
मुख्यमंत्री प्रदेश में लगातार खेंलों को लेकर घोषणाएं की जा रही है। कुश्ती प्रोत्साहन से पहले राज्य में मल्लखांब जैसे पारंपरिक खेलों को प्रोत्साहित करने के लिए भी अकादमी खोलने की घोषणा की गई है। कहा जा रहा है कि राजधानी रायपुर में राज्य स्तरीय कुश्ती अकादमी खुलने से पहलवानों की प्रतिभा निखरेगी और उन्हें कुश्ती के क्षेत्र में बढ़ावा मिलेगा।
कर्नाटक चुनाव के समय से लगातार कांग्रेस बजरंग बली का नाम जपने में लगी है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल लगातार हिंदुत्व के मुद्दे को लेकर बात करने में लगे हैं। यह सब देख कर यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि भूपेश बघेल बीजेपी से इस मुद्दे को हाईजैकर करने की कोशिश में लगे हैं। बीते सोमवार को मुख्यमंत्री ने कांवड़ यात्रा निकाला था। इससे पहले रामवनगमन पथ के तहत माता कौशल्या मंदिर चंदखुरी का निर्माण भी करवाया था। साथ ही साथ रायपुर के कमल विहार का नाम बदलकर माता कौशल्या विहार भी किया गया है।
वहीं बजरंग बली अखाड़ा प्रोत्साहन योजना का उद्देश्य की बात करें तो इस योजना के माध्यम से खाली अखाड़ों में एक बार फिर से पहलवानों के दांव पेच देखने को मिलेंगे। साथ ही राजधानी रायपुर में राज्य स्तरीय कुश्ती अकादमी भी शुरू किया जाना है। भारत में कुश्ती की बड़ी समृद्ध परंपरा रही है। जो कि कहीं न कहीं पिछे छूटते जा रही है। उसे एक बार फिर से पुर्नजिवित किया जा सकेगा।
Also Read: