इंडिया न्यूज़, Bilaspur News: खूंटाघाट जलाशय में करीब 88 प्रतिशत तक पानी भर गया है, जबकि घोंघा जलाशय में भी करीब 59 प्रतिशत पानी जमा हो गया है जिसके चलते इन जलाशयों में से गेट खोले जाएगें। जानकारी के मुताबिक जनता की मांग को सवीकार करते हुए सूखे क्षेत्र के लिए ये बांध खोलने की अनुमति दी गई है। जिसके चलते 7 अगस्त को इन जलाशयों से पानी छोड़ा जा रहा है। बता दें कि इससे 200 से भी अधिक गांवों को लाभ होगा, क्योंकि प्रदेश में इस बार बारिश बहुत कम हुई है। जिसके चलते कई किसानों की फसलें खेतों में ही सुख गई है। जिन्हें इसका बहुत लाभ मिलेगा।
कुछ ही दिन पहले कलेक्टर सौरभ कुमार और कमिश्नर डॉ. संजय अलंग ने तहसील के करीब 5 से भी ज्यादा गांवों का दौरा किया। इस दौरान सूखी हुई फसलों का आकलन किया गया। जिसके चलते किसानों से बातचीत भी की गई। तो किसानों ने जलशयों को खोलने की मांग कलेक्टर के सामने रखी। जिसके चलते अब मांग को स्वीकार कर लिया गया है, और कल जलाशयों से पानी नहरों में छोड़ा जाएगा। जिससे किसानों को बहुत लाभ होगा। क्योंकि अब फसलों में एक बार फिर पानी आने से फसल खराब होने से बच जाएगी। कल पानी को खोलने के आदेश जारी कर दिए गए है।
जानकारी के मुताबिक जलाशय के दोनों तरफ की नहरों में पानी छोड़ा जाएगा। इसके चलते अफसर दिन रात नहरों पर शुरू से लेकर अंत तक निगरानी रखेंगे जिसमें पानी की चोरी से लेकर मछवारों दुवारा पानी को रोक पर मच्छी पकड़ने पर भी नज़र राखी जाएगी। इसी के चलते रात के समय भी निगरानी करने के आदेश दिए गए है। ताकि नहर को तोड़कर या फिर पंप लगाकर नहर से पानी न निकला जा सके। जैसे की पहले भी बताया गया है कि इस पानी से लगभग 200 से भी अधिक गावों को लाभ होने वाला है। क्योंकी इन गावों की फसलें पानी न आने के कारण सुख रही है। जो पानी आते ही पहले की तरह झूम उठेगी।
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