India News (इंडिया न्यूज़), Surguja: छत्तीसगढ़ के सरगुजा में स्वास्थ्य कमर्चारी अपनी मांगों को लेकर पिछले 14 दिनों से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। जिसे लेकर शासन सख्त कार्रवाई करने में जुट गई है। शासन एस्मा के तहत हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों के उपर कार्रवाई की गई। स्वास्थ विभाग ने 48 घंटे का अल्टीमेटम देकर कर्मचारियों को वापस काम पर लौटने का निर्देश दिया था। इसके बाद भी केवन 49 कर्मचारी वापस लौटें हैं। वहीं 262 कर्मचारी हड़ताल पर डटे रहें। जिसके बाद इन कर्मचारियों को निलंबित करने का निर्देश दिया गया।
दरअसल, हड़ताल पर बैठे 152 आरएचओ को कलेक्टर कुंदन कुमार के अनुमोदन से देर शाम शाम मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आरएन गुप्ता के द्वारा निलंबित किया गया है। जो की अबतक की सबसे बड़ी कार्रवाई है। सीएमएचओ से मिली जानकारी के मुताबिक 152 कमर्चारियों को सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं 28 हड़ताली चिकित्सक के खिलाफ डायरेक्टर हेल्थ विभाग और करीब 110 स्टाफ नर्स के खिलाफ जेडी स्तर पर कार्रवाई की जा सकती है। बता दें कि मेडिकल कॉलेज में काम कर रही 105 स्टाफ नर्स हड़ताल पर थीं, जिसमें से 4 कमर्चारी एस्मा के तहत कारवाई किए जाने की चेतावनी पर काम पर लौट आईं। वहीं हड़ताल पर अड़े 101 स्टाफ नर्सों के द्वारा नर्सिंग अधीक्षक के माध्यम से कलेक्टर को सामूहिक इस्तीफा सौंपा गया। जिसे अस्वीकार कर दिया गया है।
बता दें कि स्टाफ नर्स, चिकित्सक सहित अन्य स्वास्थ्य कमर्चारी बीते 21 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। इन कर्मचारियों की मांग वेतन विसंगति को दूर किया जाना है। लगातार चल रहे हड़ताल की वजह से स्वास्थ्य सुविधाएं लगभग पूरी तरह ठप हो गई है। जिसके कारण गरीब मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
Also Read: