बता दें कि छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में 12 साल बाद ऐतिहासिक मेले राज मंडाई का आयोजन किया गया है। इस मौके पर आबकारी मंत्री और सुकमा के कोंटा विधानसभा से विधायक कवासी लखमा खुद पर जंजीर से कोड़े बरसाते नजर आएं हैं। साथ ही साथ कवासी लखमा हाथों में मोर पंख पकड़ कर पारंपरिक अंदाज में देवी-देवताओं पूजा करते नजर आएं हैं। उनके इस अंदाज का विडियो सोशल मीडिया पर अब वायरल हो रहा है।
बता दें कि ये मेला हर 12 साल पर आयोजित किया जाता है। कहा जाता है सालों पहले जयपुर के राजा और सुकमा के राजा के बीच युद्ध हुआ था। उस युद्ध को सुकमा के राजा ने जीता था। जीत हासिल कर उन्होंने अपने क्षेत्र को बढ़ाया था। उसी जीत के याद और खुशी में राज मंडाई (मेला) का आयोजन किया जाता है।
इस रीति-रिवाज के बारे में पत्रकारों से सवाल किए जाने पर कवासी लखमा ने कहा कि कोड़े बरसाना आसान काम नहीं हैं। इसके लिए हिम्मत देवी-देवता ही देते हैं। वहां मौजूद सभी लोग आस्था में डूबे दिखाई दिए। इस मौके पर किसी ने मुंह में गालों के बीच से सरिया आर-पार किया तो किसी ने पारंपरिक नृत्य किया। 9 अप्रैल से शुरु हुआ मेला आज 12 अप्रैल को ख्तम हो जाएगा।
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