इंडिया न्यूज़, Chhattisgarh News: प्रदेश में स्कूल मध्याह्न भोजन रसोइया संघ भी अपनी मांग को लेकर लगातार धरने पर बैठे हुए है। उनकी 3 सूत्रीय मांग कुछ इस प्रकार से है यह मांग मुख्य निमितीकरण, कलेक्टर दर पर मानदेय लागु करना और रसोइयों को कार्य से न निकलने की मांग रखी है। यह हड़ताल 9 सितंबर से शुरू होकर अब तक लगातार चल रही है। श्यामाप्रसाद मुखर्जी स्टेडियम के सामने पखांजूर में रसोइये यह धरना दें रहे है।
रसोइया संघ की यह तीन सूत्रीय मांग को लेकर करीब 7 दिन निकल चुके है। अभी भी इनकी मांग की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। हालांकि चारामा ब्लाक में शिक्षक संघ अपना समर्थन रसोइया संघ हो दें दिया है। जिसे आंदोलनकारियों का हौसला बढ़ा है। धरना स्थल पर बैठे कर्मचारियों ने कहा कि हमें 50 रुपये रोजाना मिल रहे है लेकिन 60 रुपये किलो तो टमाटर मिल रहे है (50 rupees is an insult to us)। यह हमारा अपमान किया जा रहा है। सरकार को जल्द ही हमारी 3 सूत्रीय मांग को पूरा करना चाहिए।
(Cook Movement) संघ का कहना है कि हम यहां अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे है। जब तक CM हमारी मांगों को स्वीकार नहीं कर लेते तब तक हम आंदोलन जारी रखेगें। छोटेडोंगर साप्ताहिक बाजार स्थल पर रसोइया की ओर से धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। इस धरने में CM के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। जैसे की पहले भी बताया गया है कि 12 संकुल के करीब 182 रसोइया इस आंदोलन में शामिल है।
रसोइया में कार्यरत कर्मचारियों ने बताया कि उन्हें महज 1500 रुपये ही मानदेय दिया जाता है। जिसमें अपना परिवार चलना ही मुश्किल हो जाता है। इतने कम पैसों में आज के इतने महंगाई के दौर में बहुत ही मुश्किल है। रसोइया संघ ने कहा कि इस प्रकार इतने कम पैसे मिलने से रसोइयों को बहुत मुश्किलों का समाना करना पड़ता है।
यह भी पढ़ें : छत्तीसगढ़ में और महंगी हो सकती है बिजली, CM बोले महंगे कोयले का अभी प्रभाव बाकि
यह भी पढ़ें : आज CM भूपेश बघेल कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा में होंगे शामिल, केरल के कोल्लम में पहुंचे