इंडिया न्यूज़, Chhattisgarh : Statement of 25 Village Sarpanches on Water Supply Schem
छ्त्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में जल प्रदाय योजना को लेकर गांव के 25 सरपंचों का बयान दर्ज किया है। इस योजना को लेकर गांव के सरपंचो ने विधायकों के सामने शिकायत दर्ज करवाई है। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत गांव के किसी गली में एक भी नल कनेक्शन नहीं पहुंचा है। जहा पर लगे है वह पर पानी सप्लाई नहीं हो रहा। जिन इलाको में पानी की टंकियां बनीं गई है वे सब खाली पड़ी हैं। गांव के सरपंचो ने शिकायत दर्ज करवाते हुए विधायक दल को जाँच की मांग रखी है।
जानकारी के अनुसार, इस योजना का निरीक्षण करने पहुंचे बस्तर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष संतराम नेताम ने बताया कि इस मामले की जल्द ही जांच की जाएगी और कार्यवाही होगी।उन्होंने कहा की इस मामले को लेकर 23 सितंबर को प्राधिकरण की बैठक है। इस मामले की रिपोर्ट अध्यक्ष को सौंपेंगे। इस योजना के ऊपर अब बैठक में निर्णय होगा। उन्होंने बताया कि इस कार्य को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए प्रशासन से बात की जाएगी। संतराम ने कहा कि, धुरली में 45 करोड़ 65 लाख और नेरली में 14 करोड़ 42 लाख की यह योजना है। ये साल 2017 को शुरू हुई थी।
इस मामले को कई बार स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने बैठक की और अधूरे काम को पूरा करने के निर्देश दिए। जिसके बाद भी कोई कार्यवाही नहीं की गई। बस्तर विकास प्राधिकरण में कई बार यह मुद्दा भी उठा था। इस कार्य में काम करने वाले अफसरों को निर्देश भी दिए गए। परन्तु अभी तक काम पूरा नहीं हुआ। जिसके बाद इस योजना की जांच के लिए एक विशेष बैठक बुलाई गई। जिसके बाद 25 गांव के सरपंचों से मुलाकात की गई।
25 गांव की बैठक बुलाने पर इस बात का खुलासा हुआ की इलाको में पाइप लाइन तो लगा दी परन्तु पानी नहीं पहुंचाया। इस योजना में लगभग 80% काम हो पाया। लेकिन 20% काम इस क्षेत्र की भौगोलिक परिस्थितियों के कारण नहीं हो पाया। इस योजना के तहत टंकी खड़ा कर पाइप बिछा गई पर इनमे पानी नहीं है। जिसकी वजह से लोगों को कई समस्या का सामना करना पड़ रहा है। इस पूरे मामले की रिपोर्ट बन गई है। इसे अब प्राधिकरण के अध्यक्ष को सौंपेंगे। इसके बाद आगे की कार्रवाई होगी।
यह भी पढ़े : बस्तर में 5 दिनों के दौरे पर होंगे अरुण साव और नारायण, 2023 के विधानसभा चुनाव को लेकर विशेष बैठक
यह भी पढ़े : रायपुर एयरपोर्ट में लड़कियों ने बेल्ट से पीटा टैक्सी ड्राइवर, वेतन को लेकर हुआ हंगामा
यह भी पढ़े : दुर्ग जिले में 146 टीचर्स का ट्रांसफर, हुई लिस्ट जारी