इंडिया न्यूज़, Raipur News: प्रदेश में राज्य कर्मचारियों की हड़ताल 7 दिन पुरे हो चुके है, लेकिन सरकार से बातचीत की कोशिश नाकाम दिख रही है। हालांकि मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने 29 अगस्त को कर्मचारियों के नेताओ को बुलाकर कहा कि अब आम जनता को इस हड़ताल के कारण मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। कर्मचारियों को काम पर फिर से आना चाहिए। उन्होंने कहा कि उनकी जो भी मांगे होगी सरकार उनपर विचार विमर्श करेगी। लेकिन कर्मचारी हड़ताल पर फिर से लौटेंगे, उन्होंने कहा कि मांग पूरी होते ही हड़ताल को खत्म कर दिया जाएगा।
(first conversation with striking employees) रायपुर विधायक विकास उपाध्याय और संसदीय सचिव के विचार पर (Chief Secretary Amitabh Jain) मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने कल प्रदेश के कर्मचारी नेताओं को कार्यालय बुलाया। जिसके चलते मुख्य सचिव ओर नेताओं के बीच विचार विमर्श हुआ। कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के संयोजक कमल वर्मा ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि मुख्या सचिव ने काम पर लौटने को कहा है, काम न होने से आम लोगों को मुश्किलों का सामान करना पड़ रहा है। लेकिन कमल वर्मा ने कहा कि हमारी मांग पर जल्द ही फैसला हो और हम आपकी बात से सहमत हो जाएगें।
जिसके उपरांत कर्मचारी फिर से हड़ताल पर लौट चुके है। कमल वर्मा ने कहा कि जब तक मांग पूरी नहीं होगी आंदोलन वापिस नहीं होगा। बता दें कि इस हड़ताल में करीब 100 से भी ज्यादा कर्मचारी संगठन शामिल है। जिसके चलते जिला प्रशासन और राजस्व विभाग के कार्यालय-न्यायालय स्कूल, अस्पताल, सभी में कार्य रुका हुआ है।
बता दें कि हड़ताल से पहले भी सरकार से करीब 2 बार बातचीत हो चुकी है। कहा जा रहा है कि उस दौरान 12 प्रतिशत भत्ता बढ़ने पर सहमति हुई थी। लेकिन इसके उपरांत सरकार ने 6 फीसदी भत्ता बढ़ाने का आदेश दें दिया। सचिव ने कहा कि हड़ताल करने वालों पर सख्त कार्यवाही होगी। जिसके चलते जो कर्मचारी हड़ताल में शामिल नहीं हुए, उनका वेतन जारी करने के निर्देश के साथ ही जो कर्मचारी हड़ताल में शामिल हुए है, उनपर शासकीय परिपत्र-G.O. के तहत कार्यवाही का आदेश दिया है। बता दें कि 22 अगस्त से कर्मचारियों कि हड़ताल चल रही है।
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