India News (इंडिया न्यूज), Scheduled Tribes list: संसद का मानसून सत्र चल रहा है। जिसमें मणिपुर हिंसा को लेकर लगातार दोनों सदनों में विपक्ष सरकार पर हमला कर रही है। इस बीच राज्यसभा में मंगलवार को छत्तीसगढ़ अनुसूचित जनजाति विधेयक 2022 को पारित कर दिया गया है। वहीं लोकसभा की ओर से दिसंबर 2022 में इसे मंजूरी दे दी गई थी। अब इस विधेयक के पारित होने का श्रेय दोनों पार्टियों के नेता लेने में लगें हैं।
बता दें कि इस विधेयक पर चर्चा होने के दौरान मणिपुर हिंसा पर चर्चा की मांग को लकर विपक्षी सदस्यों ने सदन से वॉकआउट कर दिया था। बुधवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि इस विधेयक के पारित होने से 70 सालों से आरक्षण के संवैधानिक अधिकारों से वंचित 12 समुदाय (Scheduled Tribes) को इसका लाभ मिलेगा। इसका श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा और केंद्रीय राज्यमंत्री रेणुका सिंह को दिया जाता है।
वहीं इस विधेयक के पारित होने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि “हमारे प्रयास लाए रंग! छत्तीसगढ़ के जाति समुदायों को अनुसूचित जनजाति (Scheduled Tribes) में शामिल करने के हमारे प्रयासों को बड़ी सफलता मिली है। मंगलवार को राज्यसभा ने संविधान (अनुसूचित जनजाति) आदेश (पांचवां संशोधन) विधेयक 2022 को मंजूरी दे दी है।
लंबे समय से अनुसूचित जनजाति में शामिल करने की मांग को लेकर प्रयास कर रहे सौंरा, गोंड़, बिझिया, उरांव, भुजिया आदि समाज के प्रतिनिधियों ने कल देर रात सौजन्य मुलाकात कर इस विधेयक (Scheduled Tribes list) को राज्यसभा से मंजूरी मिलने पर आभार प्रकट किया। हम सबके लगातार प्रयासों से मिली इस सफलता पर सभी को बधाई और शुभकामनाएं। राज्य सरकार अनुसूचित जनजाति समुदाय को उनके अधिकारों का लाभ दिलाने के लिए दृढ़ संकल्पित है।”
बता दें कि इस विधेयक (Scheduled Tribes) के पारित होने से धनुहार, धनुवार, किसान, सौंरा, साओंरा और बिंझिया को अनुसूचित जनजाति समुदाय में शामिल किया गया है। ।इसमें भुनिया, भुइयां और भुयां को भारिया भूमिया समुदाय के पर्यायवाची के रूप में औपचारिक रूप देने का भी प्रयास किया गया है। इसमें पांडो समुदाय के नाम के तीन देवनागरी संस्करण भी शामिल किए गए हैं।
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