India News(इंडिया न्यूज़), Rice Price: चावलों के दामों में गिरावत की खबर सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि बाजार में मिलने वाले चावल सस्ते होने जी रहे है। मोदी सरकार ने कंपनियों चावलों की कीमत कम करने के आदेश दे दिए हैं।
खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग के सचिव, संजीव चोपड़ा ने सोमवार 18 दिसंबर को प्रमुख चावल प्रसंस्करण उद्योग के प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक बुलाई। इस बैठक में गैर-बासमती चावल के घरेलू मूल्य के लेकर चर्चा हुई।
सरकार द्वारा निकाली रिलीज में बताया गया, बैठक के दौरान इस बात पर चर्चा हुई कि कम कीमतों का लाभ अंतिम उपभोक्ताओं तक तेजी से पहुंचाया जाना चाहिए। प्रमुख चावल उद्योग संघों को सलाह दी गई कि वे अपने सदस्यों के साथ इस मुद्दे को उठाएं और सुनिश्चित करें कि चावल की खुदरा कीमत तत्काल प्रभाव से कम हो। ऐसी खबरें हैं कि थोक विक्रेताओं और खुदरा विक्रेताओं द्वारा प्राप्त मार्जिन में भारी वृद्धि हुई है, जिसे नियंत्रित करने की आवश्यकता है। इसके अलावा, यह सुझाव दिया गया था कि जहां एमआरपी और वास्तविक खुदरा मूल्य के बीच व्यापक अंतर मौजूद है, उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा के लिए इसे यथार्थवादी स्तर पर लाने की जरूरत है।
रिलीज में बताया गया कि, सरकार ने भारत में चावल उद्योग संघों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि चावल की खुदरा कीमत तत्काल प्रभाव से कम हो।
एफसीआई ने चावल को प्रोसेस करने वाली कंपनियों को सूचित किया कि अच्छी गुणवत्ता वाले चावल का पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध है जिसे ओएमएसएस के तहत 29 रुपये प्रति किलोग्राम के आरक्षित मूल्य पर पेश किया जा रहा है। यह भी सुझाव दिया गया कि निर्माता/व्यापारी ओएमएसएस के तहत एफसीआई चावल उठाने पर विचार कर सकते हैं जिसे उपभोक्ताओं को उचित मार्जिन के साथ बेचा जा सकता है।
बता दें कि, एसोसिएशनों को सुझाव दिया गया है कि जहां एमआरपी और वास्तविक रिटेल मूल्य के बीच व्यापक अंतर है, वहां उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा के लिए इसे यथार्थवादी स्तर पर लाने की जरूरत है। यह आदेश थोक विक्रेताओं और खुदरा विक्रेताओं द्वारा प्राप्त मार्जिन में तेज वृद्धि की रिपोर्ट के बीच आया है।
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