बता दें आज आज छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में 30 जोड़ों की शादी कन्या विवाह योजना के अंतर्गत करवायी गयी। इस समारोह के दौरान अधिकारी और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता भी नाचते नजर आए। राजनांदगांव शहर के सतनाम भवन में आयोजित इस शादी सामारोह में राजनांदगांव की महापौर हेमा देशमुख भी पहुंची थी। उन्होंने उन्होंने वर-वधू को अपनी शुभकामनाएं दी। साथ ही साथ उन्होंने शासन द्वारा प्रदत राशि के चेक का वितरण भी किया। ये आयोजन महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित किया गया था।
इस कार्यक्रम में पहुंची महापौर हेमा देशमुख ने लोगों से कहा कि शादी में पूरे जीवन की कमाई लग जाती है। शादी के इस बोझ से परिवार को मुक्त करने के लिए मुख्यमंत्री द्वारा ये योजना चलाई जा रही है। जिससे दोनों परिवारों के शादी के खर्च का बोझ खत्म हुआ है। वहीं महिला एवं बाल विकास विभाग की कार्यक्रम अधिकारी गुरप्रीत कौर ने लोगों को जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना अंतर्गत 25 हजार रूपये का प्रावधान है। जिसके तहत 5000 व्यवस्था में खर्च होता है। 19 हजार का समान ग्रस्त जीवन के लिए दी जाती है। वही एक हजार का चेक नवविवाहित जोड़ों को दिया जाता है ।
महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में तीन बौद्ध जोड़ें,एक मुस्लिम जोड़ें और 26 हिंदू जोड़ों का धार्मिक रीति रिवाज के साथ विवाह संपन्न कराया गया है। इस कार्यक्रम में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता भी जमकर थिरकते नजर आएं। बता दें कि कोरोना काल के बाद पहली बार प्रदेश में इतने बड़े स्तर पर शादी समारोह का आयोजन किया गया है। सरकार के इस कदम को लेकर नवविवाहित जोड़ों ने सरकार का धन्यवाद कहा है।
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