इंडिया न्यूज़, Raipur News : रायपुर के विवेकानंद एयरपोर्ट पर एक बांग्लादेशी विमान का शुल्क न चुकाने से एयरपोर्ट की जगह घेरे हुए है। जिसको खड़े हुए सात साल हो गए है। जिसके ऊपर कंपनी ने पार्किंग शुल्क 2.30 करोड़ रुपये तक लगया है। विमान की यह स्थिति कंपनी का दिवालिया निकलने के कारण हुआ है । विमानन कंपनी यूनाइटेड एयरवेज पार्किंग शुल्क चुकाने में असमर्थ है। विमान के शुल्क के लिए जब बोला गया तो कंपनी ने विमान को बेचकर पार्किंग शुल्क चुकाने को कहा था। अब बार बार पत्र लिखने के बाद भी कंपनी विमान नहीं हटा रही है।
जनवरी 2012 में एयरपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया ने इस विमान को एयरपोर्ट से हटाने की कानूनी प्रक्रिया शुरू की है। इसके तहत विमान को बेचकर उधार चुकता किया जा सकता है। एयरपोर्ट अथॉरिटी के कानूनी नोटिस पर यूनाइटेड एयरवेज ने 18 जनवरी 2021 को जवाब दिया था जिसमें कहा था विमान को बेचकर नौ महीने में कर्ज चुकता कर देंगे किंतु निश्चित समयावधि में न कर्ज चुकाया गया न विमान को हटाया गया। अब नए सिरे से कानूनी प्रक्रिया शुरू की जा रही है। विमान को हटाने के लिए कंपनी को 70 से अधिक पत्र व ई मेल लिखे गए परंतु कोई असर नहीं हुआ है।
जानकारी के अनुसार, इस विमान को सात अगस्त 2015 के दिन ढाका से मस्कट जा रहे थे। तकनीकी खराबी के कारण यूनाइटेड एयरवेज के मैकडोनाल्ड डगलस-83 विमान को रायपुर के एयर स्पेस में एमर्जेन्स लेंडिंग करवाई गई। विमान के एक इंजिन में आग लग गई और उसका कोलकाता एयर ट्रैफिक कंट्रोलर से संपर्क टूट गया। विमान में 173 यात्री सवार थे। कोलकाता से मुंबई जा रहे इंडिगो के एक विमान ने दुर्घटनाग्रस्त विमान का सिग्नल पकड़ लिया और उसे रायपुर एयरपोर्ट में सुरक्षित उतरने में मदद दी। रायपुर एयरपोर्ट पर इमिग्रेशन व कस्टम की सुविधा नहीं है। जिसके कारण सभी यात्री सताइस घंटो तक रायपुर एयरपोर्ट पर फंसे रहे।
अगली सवेरे सभी यात्री अपने अपने घर चले गए। परंतु विमान में आग लगने से उसे सही नहीं किया गया तभी से विमान रायपुर एयरपोर्ट पर खराब स्थिति में खड़ा है। जिसके कुछ समय बाद बांग्लादेश सिविल एविएशन की टीम ने विमान को देखने के लिए रायपुर एयरपोर्ट पर पहुंचे। कुछ महीने बाद दूसरी टीम आई जिसने खराब इंजन को बदल दिया। जिसके बाद बांग्लादेश सरकार ने विमान को वही रहने के लिए बोल दिया। 2016 में यूनाइटेड एयरवेज दिवालिया घोषित हो गई। नए एमडी-83 विमान का मूल्य करीब 180 करोड़ रुपये है। कंपनी कहती रही है कि विमान बिकेगा तो पार्किंग शुल्क चुका देंगे, परंतु असा नहीं हुआ।
एयरपोर्ट के अधिकारी ने बताया कि विमान को एयरपोर्ट पार्किंग में खड़ा करने के लिए कंपनी को 9 हजार रूपये किराया देना होता है।बांग्लादेश की कंपनी शुल्क देने को तैयार ही नहीं है । इसलिए उसका कर्ज बढ़ता जा रहा है। इमरजेंसी लैंडिंग के चार साल बाद तक तो यह विमान रनवे पर ही जगह घेरे खड़ा रहा। बाद में तीन सौ मीटर किनारे किया गया था। यूनाइटेड एयरवेज के आठ और विमान बांग्लादेश के ढाका एयरपोर्ट पर खड़े हैं।
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