इंडिया न्यूज़: bilaspur News: बिलासपुर में कोलवाशरी के लिए सुनवाई के विरोध में ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट को घेर लिया है। इसमें ग्रामीणों की बात सुने बिना ही जनसुनवाई करने के विरोध में प्रदर्शन किया जा रहा है। इसी के चलते SDM ग्रामीणों को समझने लिए लोगों के बीच गए। (Protesting the public hearing for Kolwashari) SDM ने कहा कि अगर बिना उनकी बात सुने जनसुनवाई की जा रहे है तो ग्रामीण कोर्ट जा सकते है। बता दें कि ग्रामीण मस्तूरी में खुलने जा रहे कोलवाशरी के विरोध में प्रदर्शन कर रहे है।
कलेक्ट्रेट का घेराव कर रहे ग्रामीणों का कहना है कि इस इलाके में पहले से ही 3 कोलवाशरी खुली हुई है, जिनसे पहले ही करीब 10 किलोमीटर के इलाके में दंश उडी रहती है। इसे करीब 27 गावों के लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। आस-पास के इलाके की जमीन बंजर होती जा रही है। फसलों को भी काफी नुकसान हो रहा है। अगर यहां एक और कोलवाशरी खुल गई, तो इससे लोगों का जीना यहां और भी मुश्किल हो जाएगा।
जानकारी के मुताबिक मस्तूरी के ग्राम भनेसर में यह कोलवाशरी खोली जा रहे है। इसके लिए जनसुनवाई 28 सितंबर को श्रीराम स्टेडियम में दोपहर के समय होनी है। इसके लिए होराइजन कोल बेनिफिकेशन एंड प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने पर्यावरण संरक्षण मंडल रायपुर में आवेदन किया है।
लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि स्थानीय लोगों को इस बारे में जानकारी दिए बिना ही जनसुनवाई की तारीख रखी गई है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि यह तो शासन की मिलीभगत है। ग्रामीणों ने कहा कि धुएं के कारण सभी का स्वास्थ्य खराब हो रहा है। चारों ओर धूल और धुआं होने के कारण इस इलाके में साँस लेने में भी मुश्किल हो रही है।
ग्रामीणों ने बताया कि भनेसर इलाके के पहले ही यह 27 गांव बदहाल की स्थिति में है। इनमें ये गांव शामिल है -जयरामनगर, खैरा, खुडूभाठा, मोहतरा, पंचायत भनेसर, लिमतरा, काटमीसुनार, पाराघाट, भदौरा, कोसमडीह, कुरूमहू, परसदा,अमेरी, कसोंदी, बेलटुकरी, एरमसाही, रलिया, गतौरा, भेलाई,रसेड़ा, कल्याणपुर, मस्तूरी और किरली, पीपरसत्ती,कर्रा, निमतरा, ढेकासहित अन्य गांव शामिल हैं।
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