India News(इंडिया न्यूज), CG POLITICS: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में अब कुछ महीने बचे हैं। सारी राजनीतिक पार्टीयां एक्टिव मोड में आ गई है। सरकार जनता के लिए तरह-तरह के योजनाएं लाने में लगी है। वहीं विपक्ष के नेता बड़े-बड़े दावे करने में लगे है। पार्टी के तमाम बड़े नेता प्रदेश के अलग-अलग जिलों के दौरा करने में लगे हैं। साथ ही साथ आरोप-प्रत्यारोप का भी शिलशिला शुरु हो गया है। छत्तीसगढ़ चुनाव में अहम भूमिका निभाने वाली रायपुर की उत्तर विधानसभा सीट के बारे में बात करें, तो यहां इस सीट पर चौथी बार विधानसभा चुनाव होना है।
साल 2000 में जब छत्तीसगढ़ मध्यप्रदेश से अलग होकर नया राज्य बना तो उसके 8 साल बाद यानी कि साल 2008 में रायपुर उत्तर विधानसभा अस्तित्व में आया था। जिसके बाद वहां अबतक 3 बार विधानसभा चुनाव हुआ है। इस साल का विधानसभा चुनाव इस सीट के लिए चौथा चुनाव होने वाला है। साल 2008 में जब इस सीट से पहला विधानसभा चुनाव हुआ था तो उस समय कांग्रेस को जीत मिली थी। कुलदीप जुनेजा ने इस सीट पर जीत हासिल किया था। जिसके बाद अगले चुनाव 2013 में इस सीट से बीजेपी को जीत मिली और श्रीचंद सुंदरानी इस सीट से विधायक बने थें। जिसके बाद साल 2018 में हुए चुनाव में एक बार फिर से इस सीट से कांग्रेस नेता कुलदीप जुनेजा को जीत मिली थी। अब साल 2023 में चौथी बार चुनाव होना है जिसके लिए पार्टीयां अपनी-अपनी तैयारी में जुट गई है।
इस सीट पर अगर-अगर जातिय समीकरण की बात करें तो इस विधानसभा में सिंधी समाज और सिख समाज के दावेदारों के बीच चुनाव लड़ा गया है। यहां किसी भी एक समाज का अधिक प्रभाव देखने को नहीं मिलता है। जिसके कारण यहां चुनाव और भी ज्यादा दिलचस्प हो जाता है और यहां किसकी जीत होगी यह अनुमान लगाना और भी मुश्किल प्रतीत होता है। यहां से सारी पार्टीयां जंग के मैदान में उतरती है लेकिन अब तक के आंकड़े के मुताबिक मुख्य रुप से कांग्रेस और बीजेपी में ही मुकाबला देखने को मिलता रहा है।
जैसा की हमें पता है की इस क्षेत्र में लगभग सभी समाज की जनसंख्या बराबर है। तो इस क्षेत्र में रहने वाले लोगों की परेशानी भी लगभग एक है। ज्यादातर यहां के लोग शुद्ध पानी की समस्या से परेशान हैं। यहां पर ट्रैफिक जाम की समस्या भी प्रमुख समस्याओं में से एक है। इसके अलावा सड़क की दुलर्भ स्थिती भी लोगों में गुस्सा का कारण है। हालांकि अभी हाल में हीं राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस विधानसभा सीट के क्षेत्र को विकास कार्यों के लिए 100 करोड़ रुपए का सौगात दिया है। अब यह चुनाव के बाद ही पता चल पाएगा की क्या इतना पैसा इस क्षेत्र की परेशानी खत्म करने के लिए पर्याप्त है या नहीं है।
रायपुर उत्तर विधानसभा क्षेत्र एक अनरिजर्व सीट है। पिछले चुनाव के मुताबिक यहां कुल 1 लाख 82 हजार 507 हैं। जिसमें केवल एक लाख 10 हजार 15 लोगों ने ही मतदान किया था यानी कुल मतदान का सिर्फ 60 फीसद है। इस सीट से जीत हासिल करने वाले कांग्रेस प्रत्याशी कुलदीप जुनेजा को 59 हजार 843 वोट मिले है जो कुल मतदान का 54 फीसद है। वहीं बीजेपी की ओर से मैदान मे उतरने वाले श्रीचंद सुंदरानी को 43 हजार 502 वोट मिले थे, जो दिए गए मतों का केवल 39 प्रतिशत हैृ। इन दो दावेदारों के अलावा तीसरे नंबर रहे JCCJ के प्रत्याशी अमर गिदवानी को 2 फीसद के साथ केवल 2510 वोट ही मिले थे और चौथे नंबर पर आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी योगेंद्र सेन 00.82 फीसदी वोटों के साथ केवल 898 वोट मिल सका था।