इंडिया न्यूज़, सागर :
Poisonous Liquor Business in Full Swing in Sagar मध्य प्रदेश (Wine is being made in the fields in Madhya Pradesh)के सागर व आसपास के गांवों में खेतों खलिहानों में शराब बनाई जा रही है। इसी शराब का सेवन करने से पिछले दो महीने में आधा दर्जन से अधिक(6 people have died in two months due to alcohol) लोगों की जान जा चुकी है। यह शराब इतनी घातक है कि पीने वाले को इलाज तक का मौका नहीं मिल रहा और वह अपनी जान से हाथ धो रहा है। वहीं प्रशासन इस बात से अभी तक बेखबर है। दूसरी ओर प्रदेश के कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने सीएम शिवराज सिंह चौहान पर ट्वीट के जरिए हमला (Kamal Nath attacks CM Shivraj Singh Chouhan through tweet) बोलते हुए कहा है कि आखिर कब तक शराब माफिया लोगों की जान लेते रहेंगे। कब सरकार जागेगी और इन माफियाओं पर कार्रवाई करेगी।
सूत्रों के हवाले से खबर है कि सागर के मकरोनिया, परसोरिया, बामोरा सहित शहर से सटे कई ऐसे गांव हैं, जहां अमानक शराब का धंधा जोरों पर चल रहा है। इस संबंध में नरयावली विधायक प्रदीप लारिया(Narayawali MLA Pradeep Laria) ने भी शासन को पत्र लिखकर शराब के इस काले कारोबार पर अंकुश लगाने की बात कही गई है। लेकिन प्रशासन है कि कुंभकर्णी नींद से जागने को तैयार नहीं है। हालांकि यह शराब उपरोक्त गांवों में किराने की दुकान तक से हासिल की जा सकती है।
सागर में शराब माफियाओं की दहशत
इस मामले में दीनदयाल नगर(Deendayal Nagar) निवासी गुलाब बाई ने बताया कि उसके 45 साल के पति अर्जुन अहिरवार की देसी शराब की वजह से जान चली गई। वहीं इसी कॉलोनी के ही सखी नामदेव ने बताया शराब ने उनका 32 साल का जवान बेटा रामनरेश यादव छीन लिया। 4 फरवरी को रामनरेश ने इलाके से अवैध शराब पीकर घर आया। घर पहुंचते ही वह बेहोश हो गया। परिजन राम नरेश को बेहोशी की हालत में मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। दो साल पहले ही रामनरेश की शादी हुई थी। उसकी एक साल की बेटी भी है। इसी प्रकार 38 वर्षीय शिक्षक भी इसी शराब की बलि चढ़ चुका है। लेकिन शराब माफियों को डर से कोई भी पुलिस को शिकायत देने से कतरा रहा है।
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