इंडिया न्यूज़, Bhilai News: (Coal Crisis in BSP) प्रदेश में लगातार कोयला संकट अलग- अलग उद्योगों पर मंडरा रहा है। कुछ समय से जहां पवॉर प्लांट में कोयले का संकट बढ़ रहा है वही दूसरी तरफ अब BSP प्लांट में भी कोयले का संकट बढ़ता ही जा रहा है। जिसके चलते प्लांट के पास अभी केवल 2 दिन का ही कोयला बचा है।अगर 2 दिन में इस प्लांट में कोयला नहीं पंहुचा तो यह बंद होने की कगार पर आ जाएगा। हालांकि रेल मिल में भी उत्पादन कम किया गया है। कोयला संकट के चलते कई ट्रेन भी रद्द की जा रही है।
प्लांट से सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पता चला है , कि अगर 2 दिन में कोयले की रैंक नहीं लगी तो प्लांट में कई करोड़ो का नुकसान हो सकता है। क्योंकि प्लांट में लगे फर्नेस को फिर से उसी तापमान में लाना पड़ा तो इसमें काफी समय और कोयला लगेगा, क्योंकि प्लांट बंद होने से मिल ठंडी हो जाएगी। हालांकि अभी फर्नेस का तापमान पहले से थोड़ा घटाया गया है। ब्लास्ट फर्नेस 8 को करीब 4 घंटे के लिए बंद करने की प्रक्रिया चल रही है। ब्लास्ट फर्नेस 6 को बंद भी किया गया है।
(Bhilai Steel Plant) जानकारी के मुताबिक अभी प्लांट में करीब 302 हज़ार टन कोयला ही बचा है। जो लगभग 2 दिन तक ही चल सकता है। इस प्लांट में कोयला स्टॉक करने की क्षमता करीब ढाई लाख टन है। हालांकि अभी बचे हुए कोयले को ज्यादा समय तक चलने के लिए प्रयास किया जा रहा है। जिसके चलते रोजाना 740 पुशिंग की जाती थी , लेकिन कल 21 सितंबर को महज 400 पुशिंग ही की गई है। कोयला कम होने के कारण कोक ओवन में गैस का प्रेशर पूरा नहीं बन पा रहा। जिसके चलते इस मिल को कल बंद भी किया गया।
जैसे की पहले भी बताया गया है कि प्रदेश में कोयला संकट पीछे काफी समय से चल रहा है जिससे कई पावर प्लांट भी बंद होने की कगार पर आ गए थे, लेकिन अब BSP प्लांट भी इस कोयला संकट से गुजर रहा है।
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