India News chattisgarh election (इंडिया न्यूज छत्तीसगढ़ इलेक्शन): आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियों का एक दूसरे पर पलटवार तेज हो गया है। जिसमें कांग्रेस और बीजेपी एक दूसरे को हिंदू विरोधी बताने की लगातार कोशिश कर रही है। इस दौरान कांग्रेस ने बीजेपी पर हिंसा भड़काने का आरोप भी लगाया है।
छत्तीसगढ़ में 7 नवंबर के दिन पहले चरण के 20 सीटों पर मतदान होने जा रहे हैं। पिछले 13 अक्टूबर से नमांनकन दाखिल करने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। 20 सिटों में बस्तर के 12 और रादजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र के 8 विधानसभा सीट शामिल है। चुनाव से पहले दोनो पार्टी एक दूसरे पर हिंदू विरोधी होने का आरोप लगा रही है।
चुनाव की तारीख का ऐलान होते ही अपनी सभाओं में कांग्रेस और बीजेपी एक दूसरे को हिंदू विरोधी बताने की कोशिश कर रही है। पहले चरण के मतदान के लिए दोनों पार्टी ने अपने 19-19 प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर दी है। जिसमें कांग्रेस ने जगदलपुर और भाजपा ने पंडरिया विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशी का ऐलान नही किया है। 16 अक्टूबर को पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने नमांकन दाखिल किया है। जिसके पहले कोद्रीय मंत्री अमित शाह ने नमांकन रैली में लोगों को संबोधित करते हुए कांग्रेस को हिंदू विरोधी बताया।
गृह मंत्री ने सभा को संबोधित करते हुए बेमेतरा जिले में हुए दो समुदायों के बीच हिंसा पर सीएम भूपेश बघेल को घेरा है. उन्होंने कहा है कि यहां की सरकार तुष्टिकरण के लिए, वोट बैंक की राजनीति कर छत्तीसगढ़ के बेटे भुवनेश्वर साहू को लिंचिंग करवा कर मार दिया है। इसके जवाब में कांग्रेस ने बीजेपी पर हिंसा भड़काने का आरोप लगाया है।
राज्य के मुख्मंत्री ने भूपेश बघेल ने हिंदुत्व पर राजनीति करते हुए अमित शाह और रमन सिंह को आड़े हाथ लिया है. उन्होंने कहा कि अमित शाह जी को राजनांदगांव में मां बम्लेश्वरी जी का दर्शन करने जरूर जाना चाहिए था। माता सबको आशिर्वाद देती है। पिछली बारक आप जब गए थे तो पूर्व मुख्यमंत्री जी ने मां बम्लेश्वरी मंदिर के तिलक को मिनरल वाटर से साफ किया था। अगर उसका प्रायश्चित करना है तो आप जाकर माफी मांग सकते थे, मां माफ कर देती. अगली दफा जब आइए तो मंदिर जरूर जाइएगा
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