इंडिया न्यूज़, Madhya Pradesh News: राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) भारत ने एक मीडिया रिपोर्ट का स्वत: संज्ञान लिया है कि लोगों के एक समूह ने एक अनुसूचित जाति परिवार के एक दूल्हे पर उस समय हमला किया जब वह घोड़े की सवारी कर रहा था। घटना 15 मई, 2022 को मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले की है जब दूल्हा अपनी बारात के दौरान घोड़े पर बैठा था
एनएचआरसी ने मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक, मध्य प्रदेश को नोटिस जारी कर चार सप्ताह के भीतर मामले की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है, जिसमें उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई और पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की बात शामिल है।
उपद्रवियों ने दूल्हे को घोड़े की सवारी करने और बारात में डीजे का इस्तेमाल करने का विरोध किया था और दुल्हन के भाई ने धमकियों को देखते हुए पहले ही पुलिस से सुरक्षा का अनुरोध किया था।
आयोग ने पाया है कि मीडिया रिपोर्ट की सामग्री, यदि सही है, तो पीड़ितों के मानवाधिकारों का उल्लंघन है।
आयोग ने यह भी देखा है कि एक सभ्य समाज में ऐसी अमानवीय घटनाओं की कड़ी निंदा की जानी चाहिए और अपराधियों को पर्याप्त रूप से फटकार लगाई जानी चाहिए और उन्हें कानून के दायरे में लाया जाना चाहिए।
अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और समाज के अन्य कमजोर वर्गों को इस तरह के उत्पीड़न और अपमान से बचाने के लिए विशेष कानूनी प्रावधान हैं, लेकिन इसके बावजूद देश के विभिन्न हिस्सों में अक्सर ऐसी घटनाएं होती हैं जो मानव अधिकारों का उल्लंघन है।
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