India News (इंडिया न्यूज़)/Bhupendra Singh, Mungeli: छत्तीसगढ़ कें मुंगली से इंडिया न्यूज के संवादाता ने यह खास रिपोर्ट जारी किया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिए हर सम्भव प्रयास कर रहें हैं। वहीं मुंगेली जिले में जिला प्रशासन की लापरवाही की वजह से जिले में 7 स्कूल शिक्षक विहीन है।
वहीं 28 स्कूल एक शिक्षक के भरोसे चल रहा है। शिक्षकों की कमी की वजह से मुंगेली में शिक्षा विभाग भगवान भरोसे चल रहा है। प्राथमिक स्कूल स्तर पर 957 शिक्षकों का पद रिक्त हैं। मिडिल स्कूल स्तर पर 368 शिक्षकों के पद रिक्त हैं। हाई स्कूल स्तर पर शिक्षकों की 207 पद रिक्त है। साथ ही हायर सेकेंड्री स्कूलों में 227 शिक्षकों के पद रिक्त हैं। इस तरह शिक्षकों की कमी हैं इससे अंदाजा लगाया जा सकता है जिले में शिक्षा का क्या स्तर होगा ।
वहीं मुंगेली कलेक्टर राहुल देव ने कहा मुंगेली में शिक्षा का स्तर बहुत अच्छा है । मुंगली में शिक्षक की भी कोई कमी नही थी । बच्चों की पढ़ाई सुचारू रूप से संचालित हो रही है। भरतीय जनता पार्टी ग्रामीण मंडल महामंत्री नितेश भारद्वाज ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए बताया कि जिले में शिक्षा व्यवस्था भगवान भरोसे संचालित है। स्कूलों में इतनी बड़ी संख्या में शिक्षकों की कमी हैऔर मुख्यमंत्री नए आत्मानंद स्कूल खोलकर शिक्षा के स्तर में सुधार करना चाहता है। स्थानीय भाजपा नेता ने मुख्यमंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि पहले शिक्षकों की रिक्त पदों को पूरा कर ले उसके बाद नए आत्मानंद स्कूल खोलेंगे।
मुंगली जिले में सैकड़ो स्कूलों के भवन जर्जर हैं, 7 स्कूल शिक्षक विहीन है, जिले में 28 स्कूल एक शिक्षक के भरोसे संचालित है। माना जा रहा है कि प्रदेश सरकार का आत्मानंद स्कूल योजना भी गोठान योजना जैसे फ्लॉप शो साबित होगा। इसे लेकर भाजपा नेता नितेश भारद्वाज ने कहा इतनी बड़ी तादाद में शिक्षकों की कमी मुंगेली कलेक्टर राहुल देव को कम नही लगती। प्रदेश के मुख्यमंत्री झूठ का पुलिंदा फैलाने में लगें है। कलेक्टर प्रदेश के मुख्यमंत्री की भाषा तो बोलेंगे ही। ऐसे में यह देखना होगा जिला प्रशासन शिक्षकों की कमी के बावजूद शिक्षा व्यवस्था को कैसे संचालित कर पाते हैं।
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