इंडिया न्यूज़, Chhattisgarh News: करीधाम जिले (Karidham District) में अभी भी डेंगू और मलेरिया का खतरा टाला नहीं है। यहां लगातार इन बीमारियों के मरीज सामने आ रहे है। बीते माह अगस्त की बात करें तो अभी तक मलेरिये के करीब 45 से भी ज्यादा मरीज मिल चुके है जबकि 16 मरीज डेंगू के समाने आए है। स्वस्थ्य विभाग के अनुसार अभी स्थिति नियंत्रण में है। जिसके चलते इन बीमारियों से बचने के लिए DDT का छिड़काव भी किया जा रहा है और मच्छरदानी भी बंटी जा रही है। बता दें कि इस कार्य में नगरपालिका भी सहायता कर रही है।
जानकारी के मुताबिक राज्य सरकार इस वर्ष करीब 145 गावों में 33195 मच्छरदानी बांटने का दावा स्वस्थ्य विभाग ने किया है। हालांकि अभी तक करीब (Target to reach 140 villages) 140 गावों में साढ़े 28 हज़ार से भी ज्यादा मच्छरदानी बंटी जा चुकी है। जिला प्रशासन के DMF से करीब 13000 मच्छरदानी उपलब्ध करवाई गई है। जबकि पंडरिया के लिए 13250 से ज्यादा मच्छरदानी दी गई है। कहा जा रहा है कि पंडरिया के करीब 50 गावों में यह बांटी जा चुकी है।
जानकारी के अनुसार कवर्धा के जो वार्ड इस बीमारी से ज्यादा ग्रस्त है उनमें रक्त के सेंपल जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग ले रहा है। इसके अलावा बीमारी से बचाव के लिए घरों के कूलर और आस- पास खड़े पानी में दवाई का शिडकाव किया जा रहा है। स्वस्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक पिछले साल पंडरिया ब्लॉक में 26078 दवा युक्त मच्छरदानी करीब 60 गावों में बंटी गई थी। जबकि बोड़ला ब्लॉक के 9 गावों में 375 बंटी गई थी। कहा जा रहा है कि मलेरिया के सबसे ज्यादा मरीज बोड़ला, पंडरिया ब्लॉक में मिले है।
बस्तर जिले में ही मलेरिया कॉफी हावी होता दिख रहा है। इसके कारण कई लोगों ने जान भी गंवाई है। इसी के चलते स्वास्थ्य विभाग की ओर से अभियान भी चलाया जा रहा है, इसके तहत हर गांव में से लोगों के खून की जांच के लिए सैंपल लिए जाते है। इसके उपरांत उनकी जांच की जाती है। इस अभियान में मलेरिया से बचाव के लिए भी उपाय बताए जाते है।
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