India News CG (इंडिया न्यूज), Menstruation Leave: छत्तीसगढ़ के रायपुर स्थित हिदायतुल्ला नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (HNLU) ने छात्राओं के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए मेंस्ट्रुअल लीव की नीति को 1 जुलाई 2024 से लागू करने की घोषणा की है। यह पॉलिसी विश्वविद्यालय की ‘हेल्थ शील्ड’ पहल का हिस्सा है और इस संबंध में HNLU प्रदेश की पहली तथा देश की छठी सरकारी यूनिवर्सिटी है।
नए नियम के तहत, छात्राएं पीरियड्स के दौरान हर महीने एक दिन और हर सेमेस्टर में कुल छह दिन की छुट्टी ले सकेंगी। यह अवकाश उनके अटेंडेंस में भी शामिल किया जाएगा। इसके लिए विश्वविद्यालय ने एक नोडल अधिकारी की नियुक्ति भी की है जो इस नीति के प्रभावी कार्यान्वयन की देखरेख करेगा।
HNLU के कुलपति विवेकानंदन के अनुसार, यह पॉलिसी छात्राओं को पीरियड्स के दौरान विशेष सहायता प्रदान करेगी और उनकी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को कम करने में मदद करेगी। छात्राएं पढ़ाई के दिनों में एक दिन की छुट्टी ले सकती हैं, जबकि परीक्षा के दिनों में बेड रेस्ट की आवश्यकता पर छुट्टी की अवधि बढ़ाई जा सकती है।
इसके अतिरिक्त, अनियमित पीरियड्स, सिंड्रोम, या पीसीओएस जैसी समस्याओं से प्रभावित छात्राओं को एक सेमेस्टर में छह दिन की छुट्टी की अनुमति होगी। इससे पहले, जनवरी 2023 में केरल की कोचीन यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी ने देश की पहली मेंस्ट्रुअल लीव पॉलिसी शुरू की थी। इसके बाद, पंजाब यूनिवर्सिटी, गुवाहाटी यूनिवर्सिटी, नालसर यूनिवर्सिटी ऑफ लॉ, और तेजपुर यूनिवर्सिटी ने भी ऐसी पॉलिसी लागू की है।
भारत में लगभग 2.3 करोड़ लड़कियां पीरियड्स के दौरान कठिनाइयों और सुविधाओं के अभाव में स्कूल छोड़ देती हैं, जिससे यह नीति महत्वपूर्ण हो जाती है। हालांकि, हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने पीरियड लीव पर विचार करते हुए कहा कि यह मामला अदालत में नहीं, बल्कि सरकारी नीति के दायरे में आता है। कोर्ट ने केंद्र से एक मॉडल पॉलिसी तैयार करने के लिए निर्देशित किया है।