इंडिया न्यूज़, Chhattisgarh News: रूस और यूक्रेन के युद्ध के चलते काफी संख्या में भारतीय छात्र पढाई को बीच में छोड़कर वापिस भारत आए है। इससे उन छात्रों की पढाई बीच में ही अटकी हुई है। जिसके चलते उन्होंने कुछ समय पहले प्रदेश की राजधानी में प्रदर्शन भी किया। इसी के चलते इन छात्रों के पक्ष में अब सरकार ने भी कदम उठाया है। टीएस सिंहदेव छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने मनसुख मंडाविया जो की केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री है, उन्हें इस बारे में पात्र भी लिखा है। इस पत्र में उन्होंने यूक्रेन से युद्ध के कारण वापिस आए छात्रों की पढाई को पूरा करवाने के लिए अनुरोध किया है।
टीएस सिंहदेव ने अपने पत्र में लिखा की रूस और यूक्रेन के युद्ध के चलते यूक्रेन में परिस्तिथियां अनुकूल नहीं थी। जिसके चलते वहां पर मेडिकल की पढाई के लिए गए भारतीय छात्रों को सरकार सही सलामत भारत वापिस ले आई है। इसी के चलते छत्तीसगढ़ के अलावा सभी प्रदेशो के कई छात्र वापिस भारत आए है।
इन छात्रों की शिक्षा को लेकर पहले भी पत्र के द्वारा आग्रह किया गया था। पत्र में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से अनुरोध किया गया है कि इन विद्यार्थियों को जल्द ही प्रदेश के मेडिकल कॉलेज में अलग से सीटें देकर इनकी पढाई को पूरा करवाया जाए, ताकि देश इन छात्रों का भविष्य सुरक्षित हो सकें, एवं देश में डॉक्टर की कमी को भी कम किया जा सकें।
जानकारी के मुताबिक प्रदेश के करीब 207 विद्यार्थियों को युद्ध के चलते घर वापिस लौटना पड़ा है। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने इस विषय पर केंद्र सरकार को जल्द फैसला लेने का आग्रह किया। इन छात्रों के भविष्य को लेकर भी चिंता व्यक्त की। बता दें कि यूक्रेन में मेडिकल शिक्षा प्राप्त करने में कम पैसे का खर्च आता है। जिसके चलते कई विद्यार्थी हर साल यूक्रेन में मेडिकल शिक्षा लेने के लिए जाते है।
फरवरी में पहले युद्ध की शुरआत हुई थी, लेकिन युद्ध न होने की बात कहकर वहां के शिक्षा संस्थानों ने एडमिशन करवा लिया लेकिन जैसे ही युद्ध फिर से शुरू हुआ तो भारत ने अपने विमान भेजकर वहां के छात्रों को सही सलामत भारत वापिस ले आए। जिसके चलते उनकी पढाई बीच में ही रह गई।
जानकारी के मुताबिक छात्रों ने युद्ध जल्द स्मोत होने की उम्मीद जताई थी, लेकिन इतना लंबा युद्ध होने के कारण अब छात्रों ने भारत सरकार के सामने पढाई पूरी करवाने की मांग रखी है।
यह भी पढ़ें : रेलवे ने चॉकलेट और कपड़ो के पार्सल भेजने किये बंद, चूहों के कारण हुआ लाखों का नुकसान