छत्तीसगढ़ के आबकारी मंत्री कवासी लखमा लगातार अपने बयानों की वजह से सुर्खियों में बने रहते हैं। एक बार फिर से लखमा, प्रधानमंत्री का रेडियो कार्यक्रम “मन की बात” पर दिए बयान को लेकर चर्चे में आए हैं। उन्होंने कहा कि मन की बात फालतू बात है। फालतू बात को आखिर हम क्यों सुने, हमें कोई दूसरा काम नहीं है क्या जो हम इसे सुनेंगे। उन्होंने प्रधानमंत्री पर सवाल तंज कसते हुए कहा कि पहले महंगाई कम किया जाए, पेट्रोल-डीजल के दाम घटाए जाए, गैस सिलेंडर के दामों में कमी करें तब सुनेंगे आपके मन की बात। झूठा बात हम नहीं सुनेंगे।
आने वाले 30 अप्रैल को मन की बात का 100वां एपिसोड पूरा होने वाला है। जिसे लेकर भाजपा द्वारा विशेष तैयारी की जा रही है। भाजपा द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है जिससे की सभी लोगों तक प्रधानमंत्री के मन की बात पहुंच सके। इस कार्यक्रम के जरिए केंद्र सरकार लोगों से जुड़ने और अपनी उपलब्धियों को लोगों तक पहुंचाने की कोशिश में लगी है।
बीजेपी के सह मीडिया प्रभारी अनुराग अग्रवाल ने कवासी लखमा के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि मन की बात एक गैर राजनीतिक तरीका है। जिसके माध्यम से प्रधानमंत्री देश के अलग-अलग महानुभावों से बात करते हैं। चाहे वो खेल जगत से हो, जलवायु परिवर्तन क्षेत्र से, विज्ञान जगत से और इस कार्यक्रम में गुमनाम योद्धाओं की भी बात की जाती है। जिसे पूरा देश सुनता है। कांग्रेसियों ने जनता को सुनना बंद कर दिया था। इसी कारण देश ने कांग्रेस को सुनना बंद कर दिया है। दो बार से तो ये विपक्ष में भी खड़े होने के लायक नहीं बचें हैं।
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