Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के हसौद रेलवे स्टेशन से एक ख़बर मिली है। जिसमें बताया जा रहा है कि एक व्यक्ति गलती से एक मालगाड़ी के डब्बे में 8 घंटो तक फसा रहा है। जिसके बाद बाहर खड़े लोगों ने उसके चिल्लाने की आवाज को सुन कर उसे बाहर निकाला। जाको राखे साईया मार सके न कोय , ये कहावत इस स्थिती को पूरी तरह प्रमाणित करता है।
बता दें कि मालगाड़ी में चावल लोड किया जा रहा था । लोड होने के बाद माल गाडी को काकेनाडा जाना था। रेक में चावल भरते समय केशव बाधे उसी माल गाडी के डिब्बे में रह गया । रेलवे विभाग के कर्मचारी मालगाड़ी लोड होने को बाद डब्बे को सिल कर काकेनाडा के लिये रवाना कर दिया। जब माल गाड़ी बागबाहरा स्टेशन पर रुका था तभी मालगाड़ी के डब्बे में बंद केशव बाधे जोर-जोर से चिल्लाने लगा। उसकी आवाज स्टेशन बागबाहरा में सुबह टहलने वाले ग्रामीणों ने सुना तो गार्ड और ड्राईवर को सूचना दीया। फिर डब्बे को खोल कर उसे बाहर निकाला गया।
बता दें इस पूरे मामलें में रेल विभाग की घोर लापरवाही सामने आई है। हालांकि जो व्यक्ति अन्दर बंद था वह भी रेलवे कर्मचारी है। 8 घण्टे बन्द रहने के बाद उसे बागबाहरा स्टेशन से सकुशल बाहर निकाला गया। बाहर निकलने के बाद केशव बाधे फूट-फूट कर रोने लगा।