इंडिया न्यूज़, भोपाल :
Mahashivratri Special ईशा योग केंद्र (Isha Yoga Center)वर्ष 2022 के सबसे बड़े त्योहार महाशिवरात्रि(Mahashivratri 2022) की मेजबानी करने के लिए तैयार है। एक मार्च की शाम 6 बजे शुरू होकर यह उत्सव अगले सुबह 6 बजे तक चलने वाला है। ईशा महाशिवरात्रि के इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण सभी प्रमुख टीवी नेटवर्क पर दिखाया जाएगा। इसे आप अंग्रेजी, तमिल, हिंदी, तेलुगु, कन्नड़, मराठी आदि विभिन्न अन्य क्षेत्रीय भाषाओं के विभिन्न प्रमुख टेलीविजन चैनलों समेत ऑनलाइन भी देख सकते हैं।
16 भाषाओं में ऑनलाइन पेश किया जा रहा कार्यक्रम
कार्यक्रम को 5 क्षेत्रों में 16 भाषाओं में ऑनलाइन पेश किया जा रहा है। महाशिवरात्रि भारत के सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक माना गया हैै, जो आदि महादेव भगवान शिव की कृपा की आराधना करने का दिन है। हिंदू संस्कृति में इस दिन को जश्न के रूप में मनाया जाता है। पुराणों के अनुसार शिव के द्वारा ही योग परंपरा की उत्पत्ति हुई है। इस रात ग्रहों की स्थिति ऐसी होती है कि मानव तंत्र में ऊर्जा का एक शक्तिशाली प्राकृतिक उभार होता है। पूरी रात रीढ़ को सीधा रखते हुए, जाग्रत और जागरूक रहना व्यक्ति के शारीरिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है।
कार्यक्रम के दौरान कोविड -19 प्रोटोकॉल का पालन करना अनिवार्य होगा। कार्यक्रम में प्रवेश सीमित रखा गया है और केवल पंजीकरण के माध्यम से ही इसमें शामिल हो सकते हैं। पूरे कार्यक्रम का 16 भाषाओं में सीधा प्रसारण किया जाएगा, दुनिया भर से लाखों भक्तों के भी टेलीविजन के माध्यम से ट्यून करने की उम्मीद है। योग केंद्र में उत्सव में शामिल होने वालों के लिए, व्यक्तिगत रूप से सभाओं के लिए सभी सरकारी निर्देशों के अनुपालन के अलावा, थर्मल स्क्रीनिंग, सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क पहनना और सैनिटाइजर रखना भी अनिवार्य रहेगा।
ध्यानलिंग में पंच भूत आराधना से शुरू होकर, रात भर चलने वाले इस उत्सव में लिंग भैरवी महा यात्रा, सदगुरु के साथ सत्संग, मध्य रात्रि ध्यान और शानदार आदियोगी दिव्य दर्शन दिखाई देंगे। महाशिवरात्रि समारोह के अन्य मुख्य आकर्षण शानदार संगीत और नृत्य प्रदर्शन भी होंगे। इस दौरान मास्टर सलीम सहित मशहूर गायक हंसराज रघुवंशी, मंगली और सीन रोल्डन जैसे देश के विभिन्न हिस्सों के जाने-माने कलाकार भगवान शिव के भजनों का गुणगान करेंगे। अन्य आकर्षणों में ईशा फाउंडेशन के अपने घरेलू बैंड साउंड्स आफ ईशा का संगीत और ईशा संस्कृति द्वारा नृत्य प्रदर्शन शामिल हैं।
योग की दृष्टि से महाशिवरात्रि का पर्व अपने आप में एक विशेष महत्व भी रखता है। इस दिन साधक अपनी आध्यात्मिक प्रवृत्ति के द्वारा गुरु की कृपा का लाभ उठाने में प्रयासरत रहते हुए ध्यान लगाता है। इस दिन सद्गुरु द्वारा दिखाए गए रास्ते पर चलते हुए भगवान शिव को रिझाना चाहिए। क्योंकि गुरु ही योग के अपरिवर्तनीय सार को उजागर करते हुए, सभी सामाजिक, सांस्कृतिक और धार्मिक तामझाम से गुजरते हुए अपने अनुयायियों का उद्धार करते हैं।
Read More: Lines on Mahashivratri 2022 खत्म हुआ इंतजार आ गया भोले को मनाने का त्योहार
Connect With Us : Twitter Facebook