इंडिया न्यूज़, Raipur News: स्मार्ट सिटी बनाने के लिए महाराजबंध तालाब के पास की सड़क पिछले करीब 5 वर्षो से बदहाली की स्थिति में ही पड़ी है। इससे करीब एक लाख लोगों को हर रोज कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। बता दें कि यह सड़क करीब 700 मीटर ही लंबी है। इसके लिए पहले 4 करोड़ का ठेका दिया गया था, जिसके उपरांत अब स्मार्ट सिटी बनाने के लिए साढ़े तीन करोड़ से भी ज्यादा राशि का ठेका दिया गया है। इतना पैसा खर्च करने के उपरांत भी लोग पिछले पांच सालों से सड़क बनने का इंतज़ार ही कर रह है।
जानकारी के मुताबिक इस सड़क का निर्माण करवाने के लिए निगम द्वारा चार करोड़ रुपया खर्च किया गया। इसके उपरांत स्मार्ट सिटी के लिए फिर से खर्च किया गया। लेकिन कार्य पांच वर्ष बाद भी अधूरा है। 2017 में इस रोड को बनाने के लिए प्रस्ताव पास किया गया था। जिसके चलते 2018 में रोड को समतल किया गया। वर्ष 2020 कि शुरुआत में इस सड़क पर कंक्रीटीकरण का कार्य किया गया। जिसके चलते अब तक भी रोड अधूरा ही है।
जानकारी के मुताबिक वर्ष 2020 में यह कार्य 6 महीने में करवाने का ठेका दिया गया था। लेकिन दो साल निकलने के उपरांत भी यहां कार्य पूरा नहीं हो सका बता दें कि इस कार्य में यूटिलिटी डक्ट, फर्नीचर, लाइटिंग, लैंडस्केपिंग, बीटी रोड, रोड मार्किंग, स्ट्रीट लाइट जैसे कार्य शामिल है। अभी तालाब पर एसटीपी लगाने का कार्य भी किया जाना है, जिसके कारण उस सड़क से निकलने वाले यात्रियों को और भी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
बता दें कि इस 700 मीटर लंबी सड़क के निर्माण के लिए 2018 में ही करीब 200 झोपड़ियों को हटा दिया गया था। यह सड़क की चौड़ाई 80 से 100 फिट भी हो सकती है । जिसके चलते आरोप है कि कुछ प्राइवेट लोगों को इसका फायदा मिलेगा, जिसके चलते अब तक इसका निर्माण कार्य रुका हुआ है। लेकिन अब यह कार्य जल्दी से पूरा किया जाएगा। क्योंकि कुछ तकनीकि करने से इस सड़क का निर्माण अभी तक अटका हुआ था। अब STP लगाने के भी आदेश आ गए है जिसके चलते एक साल तक कार्य पूरा होने की उम्मीद है।
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