India News CG (इंडिया न्यूज़), Mahadev App: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से बड़ी ख़बर सामने आई है। छत्तीसगढ़ पुलिस ने पूर्व सीएम भूपेश बघेल और महादेव ऑनलाइन सट्टेबाज़ी के आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया किया है। राज्य के नेता और पुलिस अधिकारी प्रोटेक्शन मनी लेकर अवैध कारोबार में आरोपियों की मदद कर रहे थे।
लोकसभा के चुनाव घोषित हो चुके है। कांग्रेस पार्टी ने मुझे राजनांदगाँव से लोकसभा का प्रत्याशी बनाया है। मीडिया में यह चर्चा बहुत पहले से थी। इसी बीच में महादेव ऐप का ज़िक्र फिर से सामने आया। वही अब दिल्ली से खबर आती है कि EOW ने दिल्ली में FIR दर्ज की है जिसमें मेरा भी नाम है। 4 मार्च को FIR हुआ है और आज 17 को तारीख़ को इसे प्रकाशित किया जाता है दिल्ली से इतने दिनों तक इसे क्यों नहीं सामने लाया गया।
महादेव ऐप को लेकर मैंने कई बार पत्रकारों से चर्चा की है, और इस मामले में 400 से ज़्यादा लोगों की गिरफ्तारियां हुई है। नियम कानून को कड़ा बनाने के लिए गेम विधानसभा में बिल भी लाया। हमारी सरकार ने इस ऐप पर करवाई कराई है, वही पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस पूरे को मामले को भाजपा का चाल बताया यह विशुद्ध रूप से राजनीतिक FIR है, दबाव में किया गया FIR है। राज्य में पाँच साल से हमारी सरकार थी। और केंद्र में दस साल से भाजपा की सरकार है। फिर भी महादेव ऐप अभी भी चल रहा है
लोकसभा चुनाव से पहले ये मामला कांग्रेस नेता के लिए कई समस्याएं पैदा कर सकता है। पूर्व सीएम बघेल पर पुलिस के एफआईआर में आईपीसी के तहत धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश, विश्वासघात और जालसाजी से संबंधित विभिन्न धाराओं और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 और 11 के तहत आरोप लगाया गया हैं। इस एफआईआर में भूपेश बघेल के अलावा महादेव ऐप के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल समेत 16 अन्य लोगों का नाम शामिल है
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जानकारी के अनुसार इस साल 8 और 30 जनवरी को प्रवर्तन निदेशालय के द्वारा राज्य पुलिस को दो रिपोर्ट भेजे जाने के बाद बघेल के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया। दरअसल, ईडी के रिपोर्ट में कहा गया है कि धन संरक्षण के बदले महादेव ऐप की अवैध गतिविधियों को अनुमति देने के लिए राज्य सरकार के शीर्ष स्तर के पदाधिकारियों की संलिप्तता का खुलासा करता है।
गौरतलब है कि, पिछले साल नवंबर में वित्तीय अपराध जांच एजेंसी ने आरोप लगाया था कि चंद्राकर और उप्पल ने बघेल को ₹508 करोड़ की रिश्वत दी थी। वर्तमान में दोनों संयुक्त अरब अमीरात की देखरेख में हिरासत में हैं। भारतीय विदेश मंत्रालय के माध्यम से उनके प्रत्यर्पण के लिए अनुरोध पहले ही संयुक्त अरब अमीरात भेजा जा चुका है।
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