India News (इंडिया न्यूज), Korba: छत्तीसगढ़ नगर पालिक निगम की सियासत गरमाती जा रही है। इसी क्रम में आज महापौर के खिलाफ भाजपा पार्षदों ने मोर्चा खोल दिया है। उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए भाजपा पार्षदों ने आवेदन किया है। 30 भाजपा पार्षदों ने हस्ताक्षर कर के अविश्वास प्रस्ताव ज्ञापन कलेक्टर को सौंपा गया है। इसके साथ भाजपा नेताओं ने दावा किया कि निर्दलीय और कुछ कांग्रेसी पार्षदों का भी उन्हें समर्थन है।
आज भाजपा जिला अध्यक्ष डॉ.राजीव सिंह, नेता प्रतिपक्ष हितानंद अग्रवाल के नेतृत्व में भाजपा पार्षदों ने कलेक्टर को महापौर (Korba) राजकिशोर प्रसाद के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए ज्ञापन सौंपा है। भाजपा नेताओं ने कहा कि शहर में विकास कार्य नही हो रही है। महापौर कुंभकरणीय की नींद में सोए हुए हैं।
उनको जनता के सुख – दुख से कोई मतलब नहीं है। नगर निगम क्षेत्र की जनता को महापौर के ऊपर अब विश्वास अब नहीं रहा। महापौर कभी भी निगम कार्यालय में उपलब्ध नहीं होते है। सडक़ो के निर्माण में भ्रष्टाचार का बोल बाला है। महापौर के विरुद्ध फर्जी जाति प्रमाण पत्र का मामला लंबित है। साथ हीं स्ट्रीट लाइट नहीं लगाई जा रही है।
उन्होंने यह भी कहा कि पार्षद निधि 10 लाख रुपये की घोषणा की गई थी, किन्तु आज तक केवल 7 लाख तक के ही प्रस्ताव लिए जा रहे हैं। नल जल योजना के तहत 24 घंटे पानी सप्लाई किया जाना था, लेकिन लोगों को 30 मिनट पानी भी बड़ी मुश्किल से मिल पाता हैं। केंद्र सरकार के करोड़ों रुपये भ्रष्टाचार की बलि चढ़ चुके है। सडक़ों पर आवारा पशु बैठे रहते हैं जिसके कारण आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं।
आवारा पशुओं से संबंधित योजनाएँ सिर्फ और सिर्फ कागजों में ही देखने को मिला हैं। बारिश का मौसम है मच्छर का प्रकोप बढ़ गया हैं। वहीं पिछले दो-तीन सालों से फॉगिंग मशीन खराब पड़ी हुई है। किसी भी वार्ड में धुआं छिडक़ाव नहीं हो रहा है। सभी वार्डों में जितने सफाई कर्मचारी नियुक्त होने चाहिए उसके आधे ही काम कर रहे हैं। उनके पास समुचित संसाधन भी नहीं है जैसे पर्याप्त मात्रा में फावड़ा, जूते, रिक्शा सफाई व्यवस्था चरमराई हुई है।
निगम द्वारा (Korba) नियमितीकरण को लेकर लगातार तानाशाही की जा रही है जो कि सरासर गलत है। नगर निगम द्वारा स्वच्छता शुल्क संपत्तिकर के साथ जोडक़र लिया जा रहा है, जो कि सरासर गलत है, प्रदेश के अन्य नगर निगम में स्वच्छता शुल्क संपत्तिकर के साथ जोडक़र नहीं लिया जाता। अवैध संपत्तिकर वसूलने के लिए गलत तरीके से सर्वे कराया जा रहा है। चुनाव के पूर्व कांग्रेस ने घोषणा की थी कि सभी को स्थायी पट्टा दिया जाएगा, जो कि महापौर का चुनावी जुमला ही साबित हुआ, जिसके कारण आम जनता को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ भी नहीं मिल पा रहा है। नगर निकाय अधिनियम अंतर्गत प्रत्येक 2 माह में निगम की सामान्य सभा बुलाई जाती है किंतु महापौर अब सदन में चर्चा करने से बचते आ रहें हैं। जिसके कारण शहर का विकास ठप पड़ा हुआ है।
कांग्रेस ने अपने जन घोषणा पत्र में शहरी क्षेत्र (Korba) में संपति कर 50 प्रतिशत कम करने की घोषणा की थी जो कि आज तक पूरा नहीं हो पाया है। भाजपा पार्षदों ने कहा कि विगत कुछ माह पूर्व महापौर को उनके स्वयं की वार्ड की जनता ने कचरा गोदाम में बंद कर दिया था। महापौर से लगातार अटल आवास की जर्जर व्यवस्था को दूर करने के लिए मरम्त करने की मांग की जा रही है, किंतु आज तक महापौर ने कभी इस ओर कोई सार्थक प्रयास नहीं किया है। वहीं महापौर राजकिशोर प्रसाद ने तंज कसते हुए कहा कि है नेताप्रतिपक्ष हितानंद अपनी साख बचाने के लिए ये स्टंट कर रहे है। उन्होंने कहा कि हितानंद अग्रवाल के खिलाफ उनके ही पार्टी के पार्षदो मोर्चा खोल कर अविश्वास प्रस्ताव लाते हुए संगठन से कार्रवाई की मांग की थी।
Also Read: