इंडिया न्यूज़, Chhattisgarh News: कल 16 सितंबर को प्रदेश महिला आयोग अध्यक्ष किरणमयी नायक ने बस्तर का दौरा किया ( Kiranmayi visited Bastar)। इस दौरान मीडिया वार्ता में NDMC पर निशाना साधा। इसमें कहा कि NDMC ने करीब 71 लड़कियों से पात्र लेने के बाद भी इन्हें नौकरी से वांछित रखा हुआ है (NMDC dishonest with 71 daughters)। यह तो साफ- साफ इन बेटियों को धोखा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इन बेटियों को जल्द ही नौकरी देनी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि मेरे पास करीब 10 प्रकरण तो ऐसे है जिनका निराकरण हो गया है। जबकि कुल 17 प्रकरण आए है।
किरणमयी ने बताया कि एक महिला के प्रकरण में उसके बच्चे की गुमशुदगी की बात कही गई है। लेकिन महिला का कहना है कि उसका बच्चा गुम नहीं हुआ किसी ने उसकी हत्या कर दी है। हालांकि पुलिस ने इसकी जांच की है जिसमें हत्या जैसी कोई बात सामने नहीं आई। उन्होंने कहा कि जो हमारे पास प्रकरण आया है उसमें सस्पेक्टेड अभियुक्त का नार्को टेस्ट करवाने की बात कही गई है। हालांकि गुजरात के 2 लोगों का टेस्ट इस मामले में हो चूका है उन्होंने कहा कि मुझे ख़ुशी है मेरे कहने पर इस मामले पर कार्यवाही हुई।
एक मामला तो ऐसा है जिसमें पति- पत्नी ने एक दूसरे के खिलाफ ही मामला दर्ज करवा रखा है। हालांकि अदालत में यह मामला विचार होने के बाद समाप्त कर दिया गया है। इसके अलावा एक मामले में दो पत्नियों में अपने मृत पति की संपत्ति को लेकर विवाद है, जिसमें शिकायतकर्ता ने कहा कि हमारा विवाह 2016 में गायत्री मंदिर में हुआ था। महिला एवं बाल विकास विभाग एवं आयोग की सुनवाई में उपस्थित जिला संरक्षण अधिकारी से मिली जानकारी के मुताबिक महिला ने पति की मृत्यु के बाद दूसरी शादी कर ली थी।
हालांकि विचराधीन की बात कहकर इस बात को भी समाप्त कर दिया गया। एक महिला ने कहा कि पति अपने पद की धौंस दिखता है। हालांकि पत्नी घरो में साफ सफाई करके आजीविका कमा रही है जबकि बचे पति के साथ है। इस पर आयोग सदस्य नीता विश्वकर्मा को जिम्मेदारी दी गई है कि दोनों को समझाया जाए।
यह भी पढ़ें : छत्तीसगढ़ में और महंगी हो सकती है बिजली, CM बोले महंगे कोयले का अभी प्रभाव बाकि
यह भी पढ़ें : जाति से नहीं लोगों के विश्वास से जीती जाती है सीटें: टीएस सिंहदेव