India News (इंडिया न्यूज़), Kawardha: कवर्धा में अखिल भारतीय आदिवासी धर्म परिषद ने मणिपुर मामले पर कड़ी आपत्ति और नाराजगी हाजिर करते हुए कहा कि आदिवासी समाज जिन्हें विशेष अधिकार की उपाधि प्राप्त है मणिपुर की हिंसा को लेकर बहुतायत चिंतित है । मणिपुर में कुकी और मेईतेई समाज के बीच चल रही हिंसा की वजह से बहुत से आदिवासी भाई बहनों की हत्या और बलात्कार जैसी दुखत घटनाएं हो रही है । जिसे रोक पाने में राज्य सरकार असफल रही है ।
वहीं अखिल भारतीय आदिवासी धर्म परिषद का यह भी आरोप है कि विगत दिनों प्राप्त वीडियो के माध्यम से यह जानकारी प्राप्त होने की बात कही है कि बडी संख्या में हमारी नाबालिक लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार किया जा रहा है। जिसे आरक्षण का विरोध बता कर राज्य सरकार दबाने की कोशिश कर रही है। साथ ही मणिपुर में बडी मात्रा में बंदूक एवम विस्फोटक सामग्री का उपयोग रिफ्यूजी लोगो के द्वारा किया जा रहा है। जिसके चलते बड़ी मात्रा में जानमाल का नुकसान हो रहा है। ऐसी स्थिति में वहां के लोगो का जीवन यापन कर पाना बहुत मुश्किल है और राज्यसरकार और केंद्र सरकार उक्त मामले में कार्रवाई करने में नाकाम साबित हो रही है। जिसका विरोध करते हुए आज अखिल भारतीय आदिवासी धर्म परिषद ने राष्ट्रपति के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है और मांग किया है कि मणिपुर राज्य में विधानसभा भंग कर राष्ट्रपति शासन लागू करनी चाहिए और आरोपियों को फांसी देनी चाहिए ।
बता दें कि कुछ दिनों पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मुद्दे को लेकर अपना बयान दिया था। उन्होंने कहा, ” मणिपुर की जो घटना सामने आई है वो किसी भी सभ्य समाज के लिए ये शर्मसार करने वाली घटना है। गुनाह करने वाले कितने और कौन हैं, वो अपनी जगह पर हैं पर बेइज्जती पूरे देश की हो रही है। मैं सभी मुख्यमंत्रियों से आग्रह करता हूं कि वो अपने राज्यों में कानून व्यवस्थाओं को और मजबूत करें। खासतौर पर हमारी मातओं-बहनों की रक्षा के लिए कठोर से कठोर कदम उठाए।”
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