कांकेर: सौर सुजला योजना जिले के किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है। छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण (क्रेडा) की सौर सुजला योजना के बेहतर क्रियान्वयन से दूरस्थ एवं विद्युत रहित ग्रामों के लोगों को सूरज से शीतलता एवं हरियाली की सौगात मिल रही है।
सोलर पम्प सूरज की रोशनी से चलती है, इसलिए किसानों को बिजली बिल जमा करने का झंझट और न ही पावर कट होने की परेशानी रहती है। जिन गांवों में खेतों तक बिजली की लाईन नहीं पहुंची है, उन इलाकों के किसानों को बिजली बिलों की चिन्ता से मुक्त कर दिया है।
नहीं की थी सिंचाई के पंप की कल्पना- किसान अम्मू राम शोरी
जिला मुख्यालय से लगभग 70 किलोमीटर दूर चारामा विकासखण्ड के ग्राम तारसगांव के किसान अम्मू राम शोरी ने बताया कि उनके पास जमीन तो था लेकिन सरकारी योजना का लाभ नहीं ले पा रहे थे। विद्युत के अभाव में कभी सिंचाई के पंप की कल्पना भी नहीं की थी। लेकिन सौर सुजला योजना से लाभ मिलने के बाद अब उनके खेत में पानी के फुहारे फुट रहे हैं और वे अपने खेत में व्यावसायिक फसल जैसे गेहूं, टमाटर, तलाब की निस्तारी से मछली पालन का फायदा उठाते हुए तकदीर बदलने की ओर अग्रसर है।
केवल बारिश की फसल से थे आश्रित
ग्राम तारसगांव के किसान देवलाल निषाद ने बताया कि उसके पास लगभग लगभग डेढ़ एकड़ की बंजर जमीन थी, जिसमें सिंचाई के साधन के अभाव में खेती कार्य नहीं कर पा रहे थे। केवल बारिश की फसल से आश्रित थे लेकिन शासन की सौर सुजला योजना की जानकारी प्राप्त होते ही अपने जमीन पर मात्र 15 हजार रूपये में तीन हार्स पावर के सोलर पंप स्थापित कर धान की खेती कर रहा है। आज तीन एचपी का पानी निरन्तर मिल रहा है इससे उनके जीवन में बदलाव आ गया है।
पूरे छत्तीसगढ़ में इस योजना का लाभ ले रहे हैं किसान
ग्राम ब्यास कोंगरा के किसान रमा शंकर दर्रो ,किसान ने बताया कि इस योजना का लाभ मैं ही नहीं अपितु पूरे छत्तीसगढ़ में किसान इस योजना का लाभ ले रहे हैं , इस योजना से हमे बिजली का बिल भुगतान नहीं करना पड़ता है, सरकार को धन्यवाद देना चाहता हूँ कि इस योजना से किसानों को लाभ मिल रहा है।
यह है योजना का मुख्य उद्देश्य
जिला पंचायत सीईओ सुमीत अग्रवाल ने बताया कि सौर सुजला योजना का मुख्य उद्देश्य रियायती दरों पर उन्हें सौर सिंचाई पंप प्रदान करके किसानों को सशक्त बनाना है। इस योजना से न केवल किसान अपनी भूमि पर खेती करने के लिए अधिक सक्षम होंगे बल्कि इस योजना के तहत ग्रामीण छत्तीसगढ़ में कृषि और ग्रामीण विकास को मजबूत बनाने में भी मदद मिल रही है।