इंडिया न्यूज़ Indore News: इंदौर में रिश्तों को शर्मशार कर देने वाली एक घटना सामने आई है । इस कलयुगी बेटे ने तो पैसे के लालच में हदे पर कर दी घटना महू की है। जहां की एक 80 साल के बुजूर्ग ने अपने बेटे और बहू के खिलाफ कलेक्टर के पास गुहार लगाई है।
कलयुगी बेटे ने पिता को सालभर से घर में कैद रखने का मामला सामने आया है। बेटे ने यह कहकर पिता को कमरे में बंद कर रखा कि उनका मानसिक संतुलन ठीक नहीं है। इस दौरान उन्हें 8-8 दिन तक नहाने के लिए पानी तक नहीं दिया जाता था। एक-एक माह तक कपड़े नहीं धोए जाते थे व शेविंग भी नहीं कराई जाती थी। इतना ही नहीं बेटे ने उनकी सालभर की पेंशन, एफडी की राशि आदि भी निकाल ली और सोने की चेन भी हड़प ली। दुखी पिता ने कलेक्टर को शिकायत कर बेटे से 4 लाख रुपए व भरण पोषण की राशि दिलवाने की मांग की है।
मामला महू निवासी सोहनलाल वेद (80) का है जो एमवाय अस्पताल से 2001 में रिटायर्ड हुए हैं। वे अपने छोटे बेटे नरेंद्र के साथ महू में रहते थे। पिछले साल बड़ा बेटा देवेंद्र उन्हें अपने साथ रखने के लिए अपने घर आंचल नगर, स्कीम नंबर 140 में ले आया। इस बीच जब वे बीमार हुए तो देवेंद्र ने उन्हें हॉस्पिटल में एडमिट कराया। अस्पताल में 10 दिन एडमिट रखने के बाद वह फिर उन्हें घर ले आया और कहा कि आपका मानसिक संतुलन ठीक नहीं है, इसलिए आपको किसी से बात नहीं करना है और न ही फोन लगाना है। अब आपकी नियमित दवाइयां चलेगी, ऐसा कहकर उनसे एटीएम कार्ड भी ले लिया। इसके साथ ही दो तोले की सोने की चेन भी ले ली।
दुखी पिता का कहना है मुझे एक कमरे में बंद करके रखा गया और किसी से बात नहीं करने दी जाती थी। देवेंद्र ने मुझसे मोबाइल भी छीन लिया था। मुझे नहाने के लिए पानी भी नहीं दिया जाता था। बमुश्किल आठ दिन में एक बार नहा पाता था। कपड़े तो एक माह तक नहीं धुलते। वेद ने बताया कि 21 अप्रैल को छोटी बहू सुनीता मुझे लेने आई और कहा कि परिवार में शादी है। रास्ते में मैंने उसे बैंक चलने को कहा और वहां जाकर जानकारी निकाली तो पता चला कि देवेंद्र उनकी 15 हजार रु. प्रति माह के हिसाब से सालभर की पेंशन निकाल चुका है। ऐसे ही एफडी के 1.10 लाख रुपए भी उसने निकाल लिए। इस पर मैंने तत्काल एटीएम कार्ड बंद कराया।
बुजुर्ग ने बताया, कुछ समय बाद बड़ी बहू किरण का फोन मेरे पास आया कि तुमने एटीएम कैसे बंद करा दिया। बुड्ढे हम तुझे जेल पहुंचा देंगे। हमारा इंदौर से लेकर दिल्ली तक कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। अब देखते हैं तुझे कौन दवाई देता है, कहां से दवाई लाएगा। वेद ने बताया कि बेटा देवेंद्र एमवाय अस्पताल में ही पैथोलॉजी विभाग में है। उसके तीनों बच्चे एमबीबीएस हैं, उसके बाद भी मुझे प्रताड़ित करता है। दो दिन पहले उन्होंने जनसुनवाई में ADM पवन जैन को शिकायत की है। ADM ने कहा कि मामले में SDM को कार्रवाई के लिए कहा गया है।