इंडिया न्यूज़, Raipur News: प्रदेश में 2024 में लोकसभा एवं विधानसभा के चुनाव होने है। जिसके चलते लोग अपने वोटर कार्ड से आधार नंबर को लिंक कर रहें है। लेकिन कुछ ही लोग जानते है की इस कार्य में छत्तीसगढ़ की कितनी बड़ी भूमिका है। बता दें कि वोटर कार्ड को आधार कार्ड से लिंक करने का सुझाव स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. आलोक शुक्ला ने करीब 9 साल पहले दिया था। उस समय डॉ. आलोक शुक्ला भारत निर्वाचन आयोग में डिप्टी कमिश्नर के पद पर कार्यरत थे।
इस विषय पर कई राजनीतिक समूहों से भी सलाह ली गई। जिसके चलते काफी समय बाद आधार नंबर को वोटर कार्ड से लिंक करवाने की प्रक्रिया शुरू की गई। हालांकि अब इस प्रोसेस को पुरे देश के लिए लागु कर दिया गया है। बता दें कि शुरू में बहुत ही काम लोगों ने आधार नंबर को वोटर ID से लिंक करवाया था। लेकिन अब पूरा देश इस प्रक्रिया को करेगा। देश के करीब 80 करोड़ से भी ज्यादा और प्रदेश के लगभग 1.82 करोड़ लोगों की वोटर ID को आधार से लिंक किया जाएगा।
जानकारी के मुताबिक अब देश में करीब 98 प्रतिशत लोगों के पास आधारकार्ड है। जिसके चलते सभी के आधार नंबर को वोटर कार्ड से लिंक कर दिया जाएगा। आधारकार्ड लिंक होने के उपरांत अब कोई भी व्यक्ति अपना नाम दूसरी मतदान सूची में दर्ज नहीं करवा पाएगा। खास बात यह है कि अब बायोमैट्रिक्स व फोटो होने के कारण कोई भी नकली वोट नहीं डाल सकेगा। बता दें कि इस प्रक्रिया का सुझाव देने वाले डॉ. शुक्ला छत्तीसगढ़ के ही निवासी है। इसके अलावा डॉ. शुक्ला ने ऑनलाइन पीडीएस सिस्टम भी शुरू करवाया है।
जैसे की अब प्रदेश में राज्यसभा और विधानसभा के चुनाव नजदीक आ गए है। जिसके चलते चुनाव करवाने वाले अधिकारियों को ट्रेनिंग दी जा रही है। फोटो वाली लिस्ट तैयार करने में भी सावधानी बरती जा रही है। इसी के चलते अब नए बनें एपिक कार्ड को आधार से लिंक किया जा रहा है। इसके अलावा जो नागरिक 18 वर्ष से अधिक हो गए है या फिर नए वोटर कार्ड के अनुसार 17 वर्ष से ऊपर के नागरिकों के नाम वोटर लिस्ट में जोड़े जा रहें है। लेकिन वोट 18 वर्ष के होने के बाद ही वह डाल पाएगें। इसके अलावा जिन नागरिकों की मौत हो चुकी है उनका नाम लिस्ट से कटा जा रहा है।
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