इंडिया न्यूज़, भोपाल:
Heat Wave in Madhya Pradesh होलिका दहन के तुरंत बाद ही मध्य प्रदेश में गर्मी का सितम नजर आने लगा है। हालांकि इस बात की भविष्यवाणी मौसम वैज्ञानिक(meteorologists had already predicted ) पहले ही कर चुके थे कि मार्च के दूसरे हफ्ते में राज्य में गर्मी का कहर देखने को मिल सकता है। पश्चिमी हवाओं के चलते राजस्थान से सटे जिलों में लू भी चलने लगी है। जिसका असर सड़कों पर साफ दिख रहा है। सड़कों से लोग मानो गायब से ही हो गए हैं। यहां सुबह से ही लोग घरों में दुबकने को मजबूर हो रहे हैं। बता दें कि प्रदेश के अधिकांश जिलों में पारा 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका है।
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मध्य प्रदेश के रायसेन(hottest city Raisen of Madhya Pradesh) में सुबह 11 बजे ही पारा 35 डिग्री पहुंच गया है वहीं दोपहर होते-होते 42 डिग्री सेल्सियस पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है। यही हाल बड़वानी निमाड़ (Badwani Nimad)का भी है यहां तापमान 40 डिग्री होने से लोग गर्मी से बचने के लिए तरल पदार्थों का सहारा लेते दिखाई दे रहे हैं। इसी प्रकार खंडवा ()में अधिकतम तापमान 41 डिग्री और न्यूनतम 20 डिग्री तक पहुंच गया है।
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मौसम विभाग के वैज्ञानिकों ने प्रदेशवासियों को सचेत करते हुए एडवाइजरी जारी की है कि अभी दो से तीन दिन तक गर्मी से किसी प्रकार की राहत मिलने वाली नहीं है। इसी बीच लोग भी तपिश से बचने के लिए गन्ने का जूस समेत अन्य ठंडे पेयजल पी रहे हैं। वहीं कुछ लोग आसपास बनी झीलों, तालाबों और नदियों में नहाने के लिए पहुंच रहे हैं। बताते चलें कि पिछले कुछ दिनों में मध्य प्रदेश के कई जिलों से नदी तालाबों में डूबने से खबरें निकल कर सामने आ रही थी। उसके बाद भी प्रशासन की ओर से संभावित दुर्घटना क्षेत्रों पर कोई निगरानी नहीं करना उदासीनता को दर्शा रहा है।
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