India News (इंडिया न्यूज़), Arvind Singh/Gaurela-Pendra-Marwahi: जिले में इन दिनों हाथियों का कहर लगातार जारी है। जहां हाथी लोगों के घरों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। तो वहीं किसानों के द्वारा लगाए गए खेतों में धान की फसलों को भी हाथियों के द्वारा लगातार नुकसान पहुंचाया जा रहा है। वहीं लोगों का कहना है कि शासन के पास हाथियों के लिए इसी तरह की कोई कार्य योजना नहीं दिखाई दे रही है। जिससे कि लोगों को हाथियों से होने वाली समस्याओं से निजात मिल सके।
दरअसल मरवाही वन मंडल में इन दिनों हाथियों का कहर लगातार जारी है। जिसके कारण लोगों के विभिन्न तरह की परेशानियां उठानी पड़ रही है। वहीं लोगों का कहना है कि हाथियों के कारण लोगों के साथ-साथ किसानों की समस्या दयनीय होती जा रही है। जहां किसानों के द्वारा लगाए गए खेतों की फसलों को रोजाना 50 एकड़ से अधिक धान की फसलों को रौंद रहे हैं। वहीं लोगों का कहना है कि शासन के पास हाथियों के लिए कोई कार्य योजना नहीं है। जिसके कारण इन हाथियों का उत्पात का कहर लोगों को उठाना पड़ रहा है।
वहीं मिली जानकारी के अनुसार अब तक हाथियों के द्वारा दानीकुंडी, घुसारिया, पीपरडोल, सचरा टोला, मडवाही जैसे कई गांव में हाथियों ने नुकसान पहुंचाया है। जिसका खामियाजा यहां के लोगों को भुगतना पड़ रहा है। इसके अलावा हाथियों के उत्पात से ग्रामीण काफी परेशान है। जिधर हाथियों का मूमेंट होना रहता है। उधर से वन विभाग और प्रशासन लोगो को सुरक्षित करने के लिए दूसरे स्थानों में लेकर जाते है। ऐसे में लोगो जनहानि के चलते सुरक्षित स्थानों में जाते है और रतजगा करने को मजबूर है। हालांकि वन विभाग के पास इन जंगली हाथियों से निपटने को कोई भी संसाधन मोजूद नही है। सिर्फ ये हाथियों के मूमेंट ने नजर बनाए रखते है जो भी नुकसान हथियो के द्वारा किया जाता है, उसका मुआवजा जल्द देने का दावा भी किया जाता है।
जमीनी हकीकत में यह मुआवजा सिर्फ हाथी के दांत पर जीरा जैसे ही साबित होता है। शासन एवं प्रशासन से मुआवजा की मांग की जा रही है। ताकि लोगों को नुकसान की राशि मिल सके। वहीं वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार आज सुबह वर्तमान में पांच हाथियों का दल लगभग महीने भर से मरवाही वन मंडल के वन मरवाही वन परिक्षेत्र सिवनी के बीट घुसरिया के कक्ष क्रमांक 2049 में हाथी विश्राम कर रहे हैं। वहीं हाथियों के द्वारा ग्रामीण के एक मकान को हानि पहुंचाई है। साथ ही 17 किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचाया गया है।
हाथियों के पंडरी, सिवनी, चर्चेडी, कुम्हारी की ओर जाने की संभावना जताई जा रही है। साथ ही मरवाही वन मंडल की कर्मचारियों के द्वारा हाथियों की सतत निगरानी की जा रही है और ग्रामीणों को जंगल ना जाने और हाथियों से दूरी बनाए रखने की समझाइए लगातार दी जा रही है।
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